– झांसी पुलिस की मानवीय पहल – पति पत्नी के बीच बर्षों की दूरियों को मिटाकर अंतिम क्षणों में मिलाया

झांसी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झांसी शिवहरी मीना के मोबाइल नम्बर पर 24 जुलाई को मुंबई में रिद्धि विनायक अस्पताल में भर्ती कोरोना पीड़ित कालिदास बाजपेई के बारे में मैसेज आया जो झाँसी के थाना प्रेमनगर क्षेत्र के रहने वाले हैं जिसमें उनकी पत्नी प्रमिला बाजपेयी से मिलाने का अनुरोध किया गया था परंतु उसमें उनका पता नहीं था। एसएसपी द्वारा मानवता दिखाते हुए तत्काल प्रभारी निरीक्षक थाना प्रेमनगर को उपरोक्त मैसेज के आधार पर प्रमिला बाजपेई को खोजने हेतु निर्देश दिए गए। इस पर पुलिस टीमों द्वारा प्रेमनगर में प्रमिला को तत्काल खोजने का प्रयास किया जाने लगा।

पुलिस द्वारा उपरोक्त नाम से उन्हें काफी खोजने का प्रयास किया गया परन्तु सफलता नही मिली। एसएसपी के दिशा निर्देशन में प्रमिला का प्रोफेशन टीचर होने के नाते स्कूलों में खोजा गया जिस पर निर्मला कान्वेंट स्कूल में जानकारी प्राप्त हुई कि इस नाम की टीचर थी जो कई बर्ष पहले रिटायर हो गयी है। स्कूल प्रशासन से उसके निवास का पता प्राप्त कर पुलिस टीम उनके घर गयी और उनके पति के बारे में जानकारी दी कि उनकी तबियत काफी खराब है और वह उनसे मिलना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि उनका अपने पति से काफी बर्षों से विवाद चल रहा है। काफी समझाने पर वह राजी हुईं और मुम्बई के अस्पताल में गयी। वहां करीब 2 दिन तक वह अपने बीमारी से जूझ रहे पति के साथ रहीं। इसी दौरान उनका स्वर्गवास हो गया।
उम्मीद के विपरीत पति के अंतिम समय में दर्शन पाकर वह काफी भावुक हो गयीं और उन्होंने झाँसी पुलिस को धन्यवाद दिया। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झाँसी को पत्र भेज कर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसे मानवीय संवेदना से ओतप्रोत श्रेष्ठ पुलिसिंग बताया। झाँसी पुलिस के इस मानवीय कार्य की सभी द्वारा भूरि भूरि सराहना की जा रही है।