– कई फर्म के ठेकेदार व इंजीनियर आये घेरे में, कार्रवाई की गिरेगी गाज
झांसी। मंडलायुक्त डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय ने जल संस्थान की तीनों शाखाओं क्रमशः झॉसी, ललितपुर व जालौन में चल रही तमाम अनियमितताओं को जड़़ मूल से समाप्त करने के लिये अभियान चला रखा है। इस कड़ी में जल संस्थान की कुल 23 करोड़ रूपये की देनदारियों में से घटकर अब केवल 6 करोड़ रूपये की रह गयी है, परन्तु सबसे बड़ा प्रहार मण्डलायुक्त ने पम्प प्लान्ट मेंं मोटरों के खराब होने व उसकी रिपेयरिंग के नाम पर होने वाले गोरखधंधे पर नकेल कसी है।
गौरतलब है कि तीनों जनपदों में कुल 591 मोटर पम्प स्थापित हैं। इसमें झॉसी में कुल पम्पिंग प्लाण्ट 239, औसत प्रतिमाह खराब होने वाले पम्प का प्रतिशत  5.02 है। जालौन में  कुल पम्पिंग प्लाण्ट 187, औसत प्रतिमाह खराब होने वाले पम्प का प्रतिशत 10.38 है। ललितपुर में कुल पम्पिंग प्लाण्ट 125,  औसत प्रतिमाह खराब होने वाले पम्प का प्रतिशत 5.8 है।
 जनपद जालौन में मोटर खराब होने की सबसे अधिक दर 10.38 प्रतिशत प्रतिमाह है। जालौन के मे0 नरेश एण्ड ब्रदर्स, उरई की 143, मे0 फिरोज  कॉन्ट्रेक्टर  के 85 मोटर्स  खराब हुई है। इन दोनों कॉन्ट्रेक्टर्स के यहॉ उपलब्ध पम्पिंग मरम्मत की इन्फ्रास्ट्रक्चर की जॉच हेतु एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है जिसमें अधिशासी अभियन्ता, लघु सिंचाई विभाग, जालौन, अधिशासी अभियन्ता,बेतवा नहर प्रखण्ड- प्रथम, जालौन, उप जिलाधिकारी, सदर, ललितपुर शामिल हैं।
 मण्डलायुक्त द्वारा महाप्रबन्धक, जल संस्थान, झॉसी को निर्देशित किया गया कि  संस्थान के पम्प बार-बार  खराब होते है और चूॅकि जल संस्थान एक सेवाप्रदाता संस्था है, इसलिये पम्प खरीद एवं उसका रिपेयर एक उपभोग के रूप में करा लें। पम्प के बार-बार खराब होने से उसके उपभोक्ताओं के अधिकारों का हनन भी होता है। ऐसी स्थिति उपरोक्त दोनों फर्मो के विरूद्व उपभोक्ता फोरम में भी वाद पंजीकृत कराया जाय।  साथ ही यह पम्प जिस कम्पनी से क्रय किये गये हैं, उसकी भी सूची तैयार करायी जाय और उनके खराब होने के कारणों की समीक्षा करते हुए, अधोमानक पाये जाने पर उन फर्मो के विरूद्व भी विधिक कार्यवाही करते हुए उपभोक्ता फोरम में हर्जाने का वाद पंजीकृत कराया जाय। मण्डलायुक्त ने जल संस्थान के महाप्रबन्धक को निर्देशित किया है कि पम्पों के खराब होने की कुपद्वति को नियंत्रित किया जाय। जनपद जालौन में विगत एक वर्ष में आलोक, अवर अभियन्ता द्वारा 23 पम्प, प्रशान्त त्रिपाठी, अवर अभियन्ता द्वारा 68 पम्प, श्याम सुन्दर वर्मा, अवर अभियन्ता द्वारा 64 एवं सभापति यादव द्वारा कुल 32 पम्पों की मरम्मत करायी गयी है। ऐसे अवर अभियन्ताओं के विरूद्व भी आरोप पत्र गठित करते हुए उनके विरूद्व विभागीय कार्यवाही संस्थित की जाय। इसी प्रकार जनपद झॉसी एवं ललितपुर के फर्मो के ठेकेदार व अवर अभियन्ता मण्डलायुक्त के रडार पर है। जॉचोपरान्त भविष्य में लापरवाही बरतने वाले फर्म के ठेकेदारों एवं अवर अभियन्ता व उत्तरदायी अधिकारियों के विरूद्व कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।