– नगर निकाय क्षेत्रों में स्थापित 101 मूर्तियों पर हुआ माल्यार्पण

– महापुरुषों की प्रतिमाएं युवा पीढ़ी को देती हैं, प्रतिमाओं का गरिमामयी रखरखाव जरूरी- आयुक्त

झांसी। पूरे झांसी मण्डल के नगरीय क्षेत्र में रहने वाले निवासियों के लिये आश्चर्य भरी शुक्रवार की सुबह आयी। हर चौराहे पर महापुरूषों/वीरांगनाओं की मूतिर्यों के आस-पास बड़े भाव के साथ सफाई चल रही थी। मूतिर्यों की गरिमामय ढंग से साफ-सफाई की गई। यदि कहीं टूट-फूट थी तो उसकी मरम्मत की गई, रंग-रोंगन किया गया, चूने का छिड़काव देखने को मिला और 10 बजे तक हर महापुरूषों/वीरांगनाओं की मूतिर्यों के गले में सम्मान का प्रतीक माला भी पड़ी हुई मिली। हालांकि न तो किसी महापुरूषों/वीरांगनाओं का जन्म दिवस था और न ही उनका परिनिवार्ण दिवस। फिर भी श्रृद्धा के साथ माल्यापर्ण नागरिकों में आश्चयर् एवं कौतूहल का विषय बना रहा। महात्मा गांधी, बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर, सुभाष चन्द्र बोस, महारानी लक्ष्मीबाई, सरदार पटेल सहित लगभग 101 मूतिर्यों पर जहाँ-जहाँ माल्यापर्ण हुआ लोग यह जानने की कोशिश करने लगे कि क्या आज उन महापुरूषों/वीरांगनाओं का कोई महत्वपूर्ण दिन है।
झाँसी मण्डल के इतिहास में पहली बार तीनों जनपदों के नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों में स्थापित 101 मूतिर्यों का एक साथ माल्यापर्ण हुआ। अब मण्डल के नगर वासियों को हर शुक्रवार को इसी प्रकार के दृश्य देखने को मिलेंगे भले ही उन महापुरूषों/ वीरांगनाओं का जन्म दिवस/परिनिवार्ण दिवस न हो। बताते चलें कि विगत दिनों झाँसी मण्डल के मण्डलायुक्त अजय शंकर पाण्डेय ने मण्डल के तीनों जिलाधिकारियों एवं झाँसी नगर आयुक्त को नगर निगम/नगर पालिका परिषद/क्षेत्र पंचायत में महापुरुषों/वीरांगनाओं की स्थापित प्रतिमाओं के रखरखाव के निर्देश दिये गये थे। प्राप्त खबरों के अनुसार निर्देशों के पालन का आज फीडबैक लिया गया जिससे पता चला कि माल्यापर्ण करने के लिए पहले से ही तय नोडल अधिकारियों ने मण्डल की सभी 101 प्रतिमाओं पर न सिर्फ माल्यापर्ण किया बल्कि आस-पास के परिसर की साफ-सफाई भी सुनिश्चति की।
इस मौके पर मण्डलायुक्त ने बताया कि महापुरुषों की प्रतिमाएं, युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा देती हैं इसी भावनात्मक उद्देश्य के साथ महापुरुषों के प्रतिमाएँ स्थापित की जाती हैं परन्तु इनके रख-रखाव की कोई उचित व्यवस्था न होने से अनेक बार ऐसा खबरें सुनने को मिलती हैं कि प्रतिमाओं की साफ-सफाई की व्यवस्था सही नहीं है। इसे देखते हुए झाँसी मण्डल में एक नियमित व्यवस्था लागू की जा रही है जिससे हमेशा ही मूर्तियाँ सम्मानपूर्वक व्यवस्थित व सुंदर दिखाई देंगी। इस साप्ताहिक माल्यापर्ण का उद्देश्य है कि महापुरूषों/ वीरांगनाओं की स्थापित मूतिर्यों का सम्मान, गरिमा के साथ रखरखाव होता रहे यह व्यवस्था भविष्य में भी प्रत्येक शुक्रवार को जारी रहेगी। मण्डलायुक्त का मानना है कि महापुरुषों/वीरांगनाओं का सम्मान हमारी संस्कृति का मूलभूत अंग है। महापुरुषों/वीरांगनाओं की ये स्थापित मूर्तियाँ जन-जन की आस्था का प्रतीक हैं। इन मूर्तियों के साथ आमजन का भावनात्मक लगाव है। इसी को ध्यान में रखते हुए मूर्तियों की नियमित साफ-सफाई व्यवस्था लागू की गई है। इन स्थापित मूर्तियों के आसपास प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था स्वच्छता के मानकों के अनुरूप रखरखाव का ध्यान रखा जा रहा है।

महापुरुषों/वीरांगनाओं की स्थापित प्रतिमाओं के रखरखाव की यह है व्यवस्था

1- प्रत्येक शुक्रवार को प्रतिमाओं के रखरखाव और उन्हें सम्मान की व्यवस्था लागू
2- सम्बन्धित क्षेत्र के किसी अधिकारी द्वारा महापुरुषों/वीरांगनाओं की स्थापित प्रतिमाओं पर किया जायेगा माल्यार्पण ।
3- माल्यार्पण से पूर्व प्रातः काल मूर्तियों की होगी धुलाई एवं गरिमा के साथ उनकी सफाई तथा आसपास घास की कटाई एवं बागवानी को व्यवस्थित किया जायेगा।
5- यदि किसी प्रतिमा पर पेंट, मरम्मत की आवश्यकता हो तो उसको भी सुनिश्चित करवाया जायेगा।
6- फीडबैक के उद्देश्य से प्रत्येक शुक्रवार को सूचना मय फोटोग्राफ्स के सम्बंधित अधिशासी अधिकारी द्वारा ‘‘महापुरुष सम्मान व्हाट्सएप गु्रप’’ पर डाली जायेगी।
7- माल्यार्पण दिवस पर जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जायेगा
8- नगर आयुक्त एवं अपर जिलाधिकारी नोडल अधिकारी नामित।