नोट छापने के उपकरण, अधूरे छपे नोट, दो स्कूटी बरामद

झांसी। थाना सीपरी बाजार पुलिस व स्वाट ने लोकसभा चुनाव में खपाने के लिए लाए जा रहे ढाई लाख रुपए के नकली नोटों सहित चार नव युवकों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवकों में तीन युवक स्टूडेंट है। नकली करेंसी पकड़े जाने की सूचना पर एटीएस सहित कई एजेंसियां थाना पहुंची और युवकों से पूछताछ शुरू कर दी है। पकड़े गए युवकों में से एक का भाई मध्यप्रदेश पुलिस ने तैनात बताया जा रहा है।

एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की लोक सभा चुनाव को निष्पक्ष शांतिपूर्ण कराने के लिए लगातार चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के तहत देर रात सीपरी बाजार थाना पुलिस और स्वाट टीम बूढ़ा पुल पर चेकिंग कर रहे तभी चार युवक संदिग्ध दिखाई दिए। उन्हें रोक कर उनकी तलाशी ली गई तो बैग से ढाई लाख रुपए की करेंसी बरामद हुई। जांच पड़ताल के दौरान पता चला की यह करंसी नकली है।

पूछताछ में पकड़े गये युवकों ने अपने नाम मध्यप्रदेश के जिला भिण्ड लहार निवासी पंकज कुमार मल्होत्रा जो मध्यप्रदेश के ग्वालियर से बीएससी पास है, आशीष उर्फ आशिक जाटव निवासी सरी थाना भिंड, मनीष जाटव निवासी बरचोली थाना भांडेर दतिया, और चौथे ने अपना नाम कमल कांत शिवहरे सी टोला भांडेर दतिया बताया।

गिरफ्तार किये गए अभियुक्तगण के कब्जे से ढाई लाख रूपये के नकली नोट, दो हजार रुपए असली, एक अदद कैनन कंपनी का कलर प्रिण्टर, एक अदद कैंची, 01 अदद हरे रंग की टेप, 03 अदद ब्लेड कटर, 01 अदद स्केल, 120 अदद A4 साइज पेपर तथा 01 अदद A4 पेपर पर 500-500 के चार नोट एक साइड प्रिन्ट किये बरामद हुए। घटना कारित करने में प्रयुक्त होने वाली दो अदद स्कूटी बरामद भी पुलिस टीम द्वारा बरामद की गयी।

पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने बताया कि वो काफी समय से जाली करेन्सी तैयार करके उसे असली के तौर पर स्वयं भी चलाते हैं तथा मध्य-प्रदेश तथा झाँसी स्थित अपने एजेन्टों के माध्यम से जाली करेन्सी नोटों को आधी कीमत में बेच देते हैं। आवश्यकतानुसार एजेन्ट के बताये स्थान पर जाली करेन्सी नोट छापकर उसे तैयार करके निर्धारित किए गए स्थान पर दे आते हैं।

गिरफ्तारी तथा बरामदगी के आधार पर अभियुक्तगण उपरोक्त के विरूद्ध थाना सीपरी बाजार पर धारा 489 (A)/489 (B/489(C))/489(D) भादवि पंजीकृत किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगण को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।

20 लाख के घाटे की भरपाई नकली नोट के धंधे से 

एसपी (सिटी) ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक भिंड निवासी इस गिरोह के मास्टमाइंड पंकज कुमार मल्होत्रा का पिता सुरेश कुमार मध्य प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल और उसका भाई भी मप्र पुलिस में सिपाही है। पंकज ने बीएससी पास करने के बाद बिल्डिंग मेटेरियल सप्लाई का काम शुरू किया, लेकिन करीब 20 लाख रुपये का घाटा हो गया। इसके बाद वह अपने दोस्त की मदद से नकली नोट छापने का काम करने लगा। उसका साथ कमलाकांत शिवहरे निवासी दतिया, मनीष जाटव निवासी दतिया, आशीष जाटव उर्फ आशिक निवासी भिंड देते थे।