झांसी। रेलवे द्वारा बुंदेलखंड को एक और सौगात प्रदान कर दी गई है। महानगरों की तर्ज पर बुंदेलखंड के यात्रियों को भी मेमू ट्रेन की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। रेलवे द्वारा पैसेंजर ट्रेनों को मेमू ट्रेन में किया तब्दील कर दिया गया है। मैमू ट्रेन के 6 नए रैंक दिए गए उत्तर मध्य रेलवे को। इससे झांसी- मानिकपुर, झांसी- बांदा, कानपुर – झांसी के मध्य चलेंगे रैक। 30 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बदल जाएंगी यह तीनों गाड़ियां। बताया गया है कि पहले मानिकपुर से कानपुर मेमो ट्रेन शुरू हुई और अब रेलवे ने झांसी बांदा रेलवे ट्रैक पर चल रही पैसेंजर गाड़ी को मेमू रैक पर चलाने का हरी झंडी दे दी है जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी और उनका सफर आसान हो जाएगा। हालांकि मैमू ट्रेन के समय में परिवर्तन नहीं किया गया है। शुरूआत में छह रैक प्रतिदिन अलग- अलग ट्रैक पर चलेंगे। इनमें 01814 कानपुर- झांसी मेमू 30 सितंबर, 01813 झांसी- कानपुर मेमू दो अक्तूबर, 01815 झांसी- मानिकपुर मेमू 30 सितंबर और 01816 मानिकपुर- झांसी, 01809 झांसी- बांदा व 018100 बांदा- झांसी मेमू एक अक्तूबर से चलेगी। मेमू में गाड़ी के दोनों तरफ इंजन लगे होते हैं। इससे इंजन को आगे- पीछे लगाने का झंझट नहीं होता है। इस संबंध में उत्तर मध्य रेलवे के सीपीटीएम डीके वर्मा ने मंडल के संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

गौरतलब है कि चित्रकूटधाम मंडल के रेलवे स्टेशनों बांदा, अतर्रा, चित्रकूट, महोबा, आदि से रोजाना पैसेंजर ट्रेनों में यात्रा करने वालों की संख्या लगभग 15000 हैं। इनमें बड़ी संख्या में दैनिक यात्री है। मंडल मुख्यालय बांदा से रोजाना तमाम कर्मचारी अतर्रा, चित्रकूट, हमीरपुर व महोबा व झांसी आते जाते हैं। इनकी संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। ऐसे में अब यहां भी महानगरों की तर्ज पर मेमू गाड़ियों के चलाने की मांग की जा रही थी ।