– दार्जिलिंग घोषणापत्र के नाम से करेंगे प्रस्ताव पास, एनएफएनएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित

– बुंदेलखंड के हरिमोहन विश्वकर्मा बने राष्ट्रीय सचिव, राजा बुंदेला सलाहकार समिति में 

दार्जिलिंग। नेशनल फेडरेशन फार न्यू स्टेट्स (एनएफएनएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों व पदाधिकारियों की घोषणा फ्रंट के नवनियुक्त अध्यक्ष मुनीष तमांग ने दार्जिलिंग में कर दी गई है।

प्रारंभ में निवर्तमान अध्यक्ष (महाराष्ट्र के पूर्व एडवोकेट जनरल ) ने अपना कार्यकाल पूर्ण होने पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष तमांग को पदभार ग्रहण कराया। श्री तमांग ने कार्यकारिणी के गठन में दो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मेवार जमातिया और निकतन मराती, महासचिव विदर्भ के रवि सान्याल, राष्ट्रीय सचिव बुंदेलखंड के हरिमोहन विश्वकर्मा और कोषाध्यक्ष शुक्ला नमोतिया सहित कार्यकारिणी सदस्य अशरफ अली की घोषणा की। शेष कार्यकारिणी का बाद में विस्तार किया जाएगा। श्री तमांग ने तीन सदस्यीय सलाहकार समिति की भी घोषणा की जिसमें निवर्तमान अध्यक्ष हरि अने, वरिष्ठ सहयोगी पी निरुपम रेड्डी ( सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता) और बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला शामिल हैं।

इस बैठक में अगली कार्यसमिति की बैठक दिसंबर 2021 में बुंदेलखंड के चित्रकूट में करने का भी निर्णय लिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बधाई व शुभकामनाएं दी और स्वागत किया। श्री तमांग ने सभी को धन्यवाद देते हुए आगामी कार्यक्रमों में सबको साथ लेकर चलने के साथ केंद्र सरकार से नये राज्यों के गठन हेतु संसद में तत्काल प्रस्ताव लाने की मांग की और इसके लिए एफएनएसएस के सदस्य संगठनों द्वारा सरकार पर दबाव बनाने हेतु संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया। गौरतलब है कि नये अध्यक्ष तमांग भारतीय गोरखा परिसंघ के भी अध्यक्ष हैं और गोरखालैंड की मांग तेज करने में जुटे हैं।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तेलंगाना, झारखंड, गोरखालैंड, बोडोलैंड, त्रिपुरा लैंड, लद्दाख, गारो राज्य, विदर्भ, बुंदेलखंड सहित अन्य राज्यों की मांग कर रहे संगठनों के पदाधिकारियों सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। बैठक का संचालन और आभार नये महासचिव रवि सान्याल ने किया। (साभार तरुण मित्र)