– वर्षों से ट्रेन में फ्री यात्रा कर रहा था नटवर लाल

झांसी। 26 सितंबर को कुशीनगर एक्सप्रेस में झांसी से कानपुर कोच बी-3,4,5,6 में डिप्टी सीटीआई शशांक सिंह तैनात था। इस दौरान कोच नंबर बी-3 को चैकिंग के समय डिप्टी सीटीआई को सीट नंबर 57 पर एक व्यक्ति लोको पायलट की ड्रेस व गले में रेलवे का पट्टा डाले हुए बैठा दिखाई दिया। संदेह होने पर जब उससे टिकट व लोको पायलट का परिचय पत्र दिखाने को कहा तो उसने गुमराह करते हुए बताया कि उसका ड्यूटी बाक्स गार्ड के डिब्बे में रखा है। उसी में उसकी ट्रेवलिंग अथारिटी व आईडी रखी हुई है। वह भोपाल से कानपुर स्पेयर में जा रहा है। यह कहते हुए उसने दबाव बनाने की कोशिश की।
इसकी जानकारी लगने पर कण्डक्टर बीड़ी गुप्ता, टीटीई प्रमोद वर्मा पहुंच गये और उन्होंने कथित लोको पायलट से सख्ती से पूछताछ करते हुए गार्ड के पास ले चलने को कहा। इस पर उसने सच्चाई बयान करते हुए बताया कि वह कई वर्षों से फर्जी लोको पायलट बन कर यात्रा कर रहा है। उसने अपना नाम पता इमरान खान पुत्र नसीम खान थाना किला जामा मस्जिद मोती महल फाटक बरेली बताया। इसके बाद उरई स्टेशन पर आरपीएफ के एएसआई लालाराम नागर को मैमो देकर फर्जी लोको पायलट को सुपुर्द कर दिया।