– डीएम ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

झांसी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊरानीपुर झांसी में इलाज के दौरान हुई लापरवाही में लड़के के इन्फेक्शन हो जाने से 4 उंगलियों के कट जाने को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
बताया गया है कि अरविंद पुत्र करन सिंह, निवासी ग्राम पण्डवाहा, थाना टोडीफतेहपुर, जिला झांसी द्वारा ’जनता दशर्न’ के दौरान जिलाधिकारी को प्रस्तुत प्रार्थना पत्र देते हुए बताया था कि वह अपने पुत्र सतेन्द्र का इलाज कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मऊरानीपुर में 12 अगस्त को गया था, जिसका पंजीयन(47693) कर अस्पताल के चिकित्सक डा. रविन्द्र ग्रुप्ता के द्वारा इलाज शुरू किया गया था। इस दौरान उसके बच्चे को चिकित्सक के अनुसार कम्पाउण्डर राजेश हरदोनिया ने बोतल लगा दी। इसके चलते उसे इन्फेक्शन हो गया, जिसके कारण उसका हाथ काला पड़ने लगा तथा बताने पर उसे अस्पताल के चिकित्सक द्वारा शान्त रहने के लिए कहा गया और चिकित्सक ने दवा लिख दी तथा कहा कि तुम्हारा बच्चा ठीक हो जाएगा। इसके बाद चिकित्सक ने बच्चे को झाँसी मेडीकल कालेज रिफर कर दिया गया, लेकिन बच्चे की लगातार स्थिति खराब होने के कारण उसका ग्वालियर में इलाज कराना पड़ा तथा आराम न होने पर पुनः झाँसी प्राईवेट अस्पताल में इलाज कराया गया। इस दौरान बच्चे का आपरेशन करके बायें हाथ की 4 अंगुलियाँ काटनी पड़ी और यह सब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में किए गए प्रारम्भिक इलाज के दौरान बरती गई लापरवाही के कारण हुआ है इसमें उसके पुत्र का हाथ खराब हुआ है। उसने आरोपी चिकित्सक व सहयोगियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कायर्वाही की मांग की। इसे जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए मजिस्ट्रीरियल जाॅच के आदेश जारी कर दिए। जांच के लिए अपर जिलाधिकारी न्यायिक संजय कुमार पांडे को जांच अधिकारी नामित किया गया। उन्होंने बताया कि उक्त घटना के सम्बन्ध में जो भी कथन प्रस्तुत करना चाहता है वह उनके कक्ष संख्या-7 कलैक्ट्रेट, झाॅसी में 28 सितंबर से 8 अक्टूबर तक किसी भी कार्य दिवस में अपरान्ह 4.00 बजे से 5.00 बजे तक उपलब्ध करा सकता है।