– अवैध वेंडिंग को लेकर 15 दिवसीय स्पेशल ड्राइव

झांसी। रेलवे स्टेशन झांसी पर सोमवार को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन दीक्षित व कमाण्डेंट आरपीएफ आलोक कुमार द्वारा संयुक्त रूप से प्लेटफार्म पर खान-पान स्टाल, सुरक्षा व्यवस्था आदि का सघन निरीक्षण किया और सभी कुछ ‘ठीक-ठाक’ पाया। इस पर सभी ने राहत की सांस ली। अब झांसी स्टेशन पर आरपीएफ व कामर्शियल स्टाफ द्वारा संयुक्त रूप से सुरक्षा व्यवस्था व अवैध वेंडिंग आदि को लेकर 15 दिवसीय स्पेशल ड्राइव चलाया जाएगा। समझा जा रहा है कि यह चैकिंग सोशल मीडिया पर झांसी स्टेशन पर अवैध वेंडिंग, अनधिकृत खान-पान सामग्री बिक्री खबरों को लेकर की गई।

दरअसल, स्टेशन पर खान पान स्टालों पर अनधिकृत खान-पान सामग्री की बिक्री, निर्धारित स्थान से अधिक पर सामान रख कर रेल राजस्व को क्षति पहुंचाने, प्लेटफार्म पर लगे सीसी टीवी कैमरों में अधिकांश के खराब व उनकी दिशा बदलने की शिकायत उच्च स्तर पर की जाती रही हैं और यह खबरें सोशल मीडिया की सुर्खियां भी बनीं हैं। इसको देखते हुए सोमवार को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, कमांडेंट आरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से सभी प्लेटफार्म पर स्टाल, बिक्री हेतु उपलब्ध खान-पान सामग्री, स्टाफ आदि की सघन चैकिंग की।

सूत्रों की मानें तो इस चैकिंग अभियान में स्टालों पर कोई अनियमितता, गड़बड़ी आदि नहीं पाई गई। सभी ‘ठीक-ठाक’ मिला। फिलहाल आरपीएफ व कामर्शियल स्टाफ को प्लेटफार्म पर 15 दिवसीय स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है ताकि अवैध कारोबार पर प्रभावी नियंत्रण हो सके। इस दौरान स्टेशन डायरेक्टर नीरज भटनागर, आरपीएफ इंस्पेक्टर स्टेशन पोस्ट कर के कौशिक, वाणिज्य निरीक्षक विनय कुमार, खान-पान निरीक्षक संजय जायसवाल आदि उपस्थित रहे।

खबरियों ने चैकिंग टीम के प्रयासों पर पानी फेरा –         यह तो सच्चाई है कि चंद रुपयों के लोभ में ईमान बेचने वाले विभागीय ‘ब्लैक सीप/विभीषणों’ के बरदहस्त के बिना प्लेटफार्म पर अवैध कारोबारिये पनप ही नहीं सकते। यही कारण है कि जब भी चेकिंग होती है सभी ठीक ठाक मिलता है। आज भी कमोवेश यही हुआ। खबरियों ने विशेष चेकिंग को लीक किया और पलक झपकते ही प्लेटफार्म पर सब कायदे-कानून में आ गया। टीम के संतुष्ट लौटने पर विभागीय विभीषणों व उनके आकाओं की खुशी की सीमा नहीं रही।

आखिरकार सीसी टीवी फुटेज क्यों नहीं देखे जाते

प्लेटफार्म पर नजर रखने के लिए तीसरी आंख अर्थात सीसी टीवी का जाल बिछाया गया है। यह व्यवस्था पर्याप्त है प्लेटफार्म पर जो भी हो रहा है उसकी हर पल की जानकारी के लिए। आश्चर्य है कि चैकिंग के लिए इस व्यवस्था का उपयोग क्यों नहीं किया जाता जबकि यह ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ करने के लिए पर्याप्त है। यदि एक दो सप्ताह के फुटेज खंगाले जाएं तो सत्यता उजागर हो जाएगी और विभागीय विभीषणों का भी खुलासा हो जाएगा। देखना है कि सीसी टीवी फुटेज कब चेक होंगे।