– मीडिया कर्मियों से रूबरू हुए नवागन्तुक जिलाधिकारी

झांसी। नवागन्तुक जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने विकास भवन सभागार में जिलास्तरीय अधिकारियों से परिचय प्राप्त कर अपनी कार्यशैली की जानकारी देते हुये कहा कि विभागीय योजनाओं व कार्यो का लाभ जनपद के दूरदराज व्यक्ति तक पहुंचे, यह अवश्य सुनिश्चित कर लें। ग्रामीण क्षेत्र में जो समस्याये है अथवा शिकायतें है उन्हें प्राथमिकता से निस्तारण कर लें ताकि ग्रामीण परेशान न हों और उन्हें समस्या के निस्तारण हेतु भटकना न पड़े।
जिलाधिकारी ने विकास में झांसी अपनी रैकिंग में और सुधार ला सके इसके लिए अधिकारियों से लगन व इच्छा से कार्य के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पराली प्रबन्धन के लिये कृषि विभाग सहित अन्य विभाग को भी सर्तक किया और निर्देश दिये कि किसी भी दशा में किसान पराली न जलायें, उन्हें लगातार चौपाल व पोस्टर के माध्यम से जानकारी देते हुये जागरुक करें। उन्होने कहा कि जागरुकता के बाद भी यदि किसान खेत में आग लगाता है तथा कृषि अवशेष जलाता है तो उसे मिलने वाली विभिन्न सरकारी योजनाओं में पात्रता की जांच करते हुये उसे दण्डित किया जाये, यदि अपात्र है तो लाभ से वंचित किया जाये। उन्होने कहा कि तहसील मोंठ में पराली जलाने की घटनायें अधिक होती है। एसडीएम एवं बीडीओ क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहते हुये जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करें।
जिलाधिकारी ने जनपद में उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा करते हुये कहा कि उर्वरक की ओवर रेटिंग व कालाबाजारी किसी भी दशा में बर्दास्त नही की जायेगी। उन्होने कहा कि उर्वरक किसानों को निर्धारित मूल्य पर अनिवार्य रुप से सुनिश्चित करायें, यदि उर्वरक विक्रेता अधिक मूल्य पर उर्वरक बिक्री करता पाया जाता है तो उनके विरुद्व उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के प्राविधानुसार प्रभावी विधि संग कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होने कहा कि उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरक के साथ किसी भी प्रकार के अन्य उर्वरक/उत्पादों की टैगिंग करके बिक्री न की जाये इस सख्ती से सुनिश्चित किया जाये। स्टॉक की जांच लगातार की जाये साथ ही विक्रेता उर्वरक की आनलाइन डेटा अवश्य अपडेट रखे।
जिलास्तरीय अधिकारियों से संवाद स्थापित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि सभी यह आदत अपनी कार्यशैली से जोड़ लें कि विभागीय शिकायतों का निस्तारण समय से हो। ऐसे क्षेत्र जहां से शिकायतें अधिक आ रही है वहां अवश्य भ्रमण कर कैम्प आयोजित करें। उन्होने कहा कि यदि शिकायतकर्ता द्वारा यह जानकारी प्राप्त हुई कि सम्बन्धित फील्ड आफीसर द्वारा कोई कार्यवाही नही की गयी है तो इसे बर्दास्त नही किया जायेगा तथा सम्बन्धित पर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारी अधिक शिकायत आने वाले ब्लाक व गांव में जाकर समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से करायें।

जिलाधिकारी ने जनपद में 28 अक्टूबर से 03 नवम्बर तक आयोजित होने वाले दीपावली मेले की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होने निर्देश दिये कि स्थानीय उत्पादों को स्टाल अवश्य उपलब्ध करायें। रेहड़ी-पटरियों वालों को प्राथमिकता से स्थान दिया जाये ताकि लोकल वार वोकल को प्रमोट किया जा सके। मेले में आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु कैम्प लगाने, परिवार नियोजन हेतु जागरुकता कार्यक्रम भी आयोजित किये जाये तथा संचारी रोग की रोकथाम विषयक कार्यक्रम भी आयोजित हों ताकि अधिक से अधिक लोग मेले का लाभ उठा सकें। जिलाधिकारी ने झांसी मुख्यालय पर आयोजित होनेे वाले दीपावली मेले के लिये अरबन हाट का निरीक्षण किया तथा सभी व्यवस्थायें पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होने मेले में बच्चों को आकर्षित करने के लिये झूला व अन्य खेल की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा जनपद में तैनात सफाई कर्मी अपनी मूल तैनाती पर तैनात हो, अटैचमेंट समाप्त किया जाए।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी श्री शैलेष कुमार, एडीएम वित्त एवं राजस्व राम अक्षयवर चौहान, एडीएम न्यायिक संजय कुमार पाण्डेय, डीडी कृषि के.के. सिंह, डीडीओ श्री सुनील कुमार, पीडीडीआर उपेन्द्र प्रसाद पाल, डीपीआरओ जेआर गौतम, अधिशाषी अभियंता डी यादुवेन्द्र, अधिशाषी अभियंता शैलेन्द्र कटियार सहित विभिन्न विभागों, कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।

इसके बाद जिलाधिकारी मीडिया कर्मियों से रूबरू हुए। उन्होंने पत्रकारों का परिचय लिया वो स्वयं का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि झांसी की समस्याओं आदि की जानकारी के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देंगे।