– किसानों को विस्थापन एवं अनुकंपा राशि भुगतान का मिला आश्वासन

झांसी। पथराई बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले ग्राम चढ़रऊ धवारी एवं इमलिया के पाल मोहल्ला के विस्थापन एवं ग्राम वचेरा के बालिग परिवारों को अनुकंपा राशि दिए जाने के संबंध में साढे पांच माह से किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरीशंकर विदुआ के नेतृत्व में चल रहा किसानों के आंदोलन को शनिवार को सांसद अनुराग शर्मा के आश्वासन पर स्थगित कर दिया गया है।

गौरतलब है कि मांगों को लेकर किसान लगभग साढ़े पांच माह से कचहरी के निकट गांधी उद्यान में धरना प्रदर्शन आंदोलन कर रहे थे। आंदोलनकारियों को आश्वासन तो मिले पर मांगों पर सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। नतीजतन किसान आंदोलन जारी रहा। शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने सांसद आवास पर डेरा डालने का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही शनिवार को गांधी उद्यान से गौरीशंकर बिदुआ के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी किसान जिसमें महिलाएं भी साथ थी जुलूस के रूप मे सांसद के आवास पर पहुंचे और धरना देकर बैठ गये। इसकी जानकारी लगने पर सांसद अनुराग शर्मा किसानों के बीच पहुंच गए। किसानों ने अपनी समस्याएं बताई तो सांसद ने नगर मजिस्ट्रेट एवं सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सिद्धार्थ कुमार सिंह को बुलाकर किसानों के सामने त्रिपक्षीय वार्ता की। इस दौरान सांसद ने किसानों की मांगों को जायज मानते हुए डूब क्षेत्र के किसानों का विस्थापन एवं बालिग परिवारों को अनुकंपा राशि के वितरण कराने को कहा। सहमति बनने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कानूनी औपचारिकता पूर्ण कर विस्थापन एवं अनुकंपा राशि के संबंध में शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

इस दौरान किसान नेता विदुआ ने सांसद के सामने अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया कि यह आंदोलन समाप्त नहीं बल्कि स्थगित किया जा रहा है। यदि आश्वासन पर शीघ्र अमल नहीं किया गया तो किसान पुनः आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। सांसद ने किसानों को पूर्ण आश्वस्त करते हुए कहा यदि आपकी मांगो में कोई भी व्यवधान या अधिकारियों द्वारा लापरवाही हुई तो उसकी जवाब-देही मेरी होगी।
सांसद के आश्वासन पर किसान आंदोलन स्थगित कर दिया गया और आंदोलनकारी लौट गए। इस अवसर विजय कुमार कर्ण, नीतू वर्मा, शिरोमन सिंह राजपूत, जगदीश सिंह राजपूत, अनिल वर्मा ,पवन तिवारी, रोहित यादव, अमर सिंह ,पप्पू पाल, जय सिंह, हरिदास ,परसादी पाल, जानकी प्रसाद, दुर्गापाल, हरभजन, खूबचंद , वीरेंद्र सिंह, लाड़ कुंवर, भगवती, मनकू, फूलवती, पार्वती, रजिया, राम कुमारी, मुन्नी बाई आदि किसान मौजूद रहे।