झांसी। नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन झाँसी मण्डल के प्रतिनिधि मंडल ने झाँसी मण्डल में कार्यरत कर्मचारियों की विकराल रूप लिये ज्वलंत समस्याओं पर ज्ञापन सौंपा और उनके अविलम्ब निस्तारण की अपेक्षा की।
01. बुंदेलखंड क्षेत्र के झांसी मंडल के तापमान को ध्यान में रखते हुए जो कि गर्मियों में 49 से 50 डिग्री तक हो जाता है ऐसी स्थिति में मंडलीय चिकित्सालय को केंद्रीयकृत वातानुकूलित  किया जाए जिससे मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिल सके ।
02. झांसी मंडल के छोटे स्टेशनों (उरई एवं बांदा) पर हेल्थ यूनिटों में पदस्थ चिकित्सकों को शीघ्र ही मंडलीय  चिकित्सालय में पोस्ट किया जाए जिससे कि उनके अनुरूप कार्य मिल सके एवं मंडलीय चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर हो तथा हेल्थ यूनिट में संविदा चिकित्सकों की व्यवस्था की जाए
03. कोरोना काल में पीड़ित कर्मचारियों व उनके परिजनों द्वारा निजी चिकित्सालय में कराये गये इलाज में खर्च की गई राशि का भुगतान निर्धारित समय सीमा में नही हो रहा है। अतः चिकित्सा व्यय प्रतिपूर्ति भुगतान के प्रकरण में हो रहे विलंब हेतु निष्पक्ष जांच करा जिम्मेदारी तय करते हुए अविलंब भुगतान कराया जाये।
04. मंडल में कांटेक्ट पर जिन अस्पताल के टाईअप है उनका अनुबंध समाप्त होने पर मरीजों को भेजना बंद कर दिया जाता है जबकि अस्पताल का अनुबंध समाप्त हुए दिनांक से ही पुनः  उन्ही शर्तों पर आगे बढ़ाया जाता है  यूनियन का कहना है कि मरीजों को भेजना बंद नहीं किया जाए एवं अनुबंध नवीनीकरण के बाद उक्त अस्पतालों को भुगतान कर दिया जाए जिससे कि मरीजों को लगातार सुविधा मिलती रहे। साथ ही अस्पताल का अनुरोध भी समय से कर लिया जाये।

05. मंडल में कर्मचारियों के लिए वर्धमान डायग्नोस्टिक सेंटर में एम.आर.आई. एवं सीटी स्कैन की व्यवस्था की गई है यूनियन इसी प्रकार की व्यवस्था अल्ट्रासाउंड के लिए भी चाहती है जिससे मरीजों को अपने पैसे इस कार्य पर खर्च  न करने पड़े।
06. आकस्मिक बीमारी की स्थिति में मरीजों को अनुबंधित अस्पताल में दाखिल कराने  के  उपरांत परिजनों के द्वारा  मंडलीय चिकित्सालय से रेफर पत्र प्राप्त करने हेतु सम्पर्क किया जाता है तो चिकित्सक द्वारा मरीज को दाखिल अस्पताल से लाने के लिये बाध्य किया जाता है। यूनियन की मांग है कि कर्मचारियों को सीधे  अनुबंधित अस्पतालों में भर्ती होने पर परिजनों को  कार्योत्तर (पोस्ट फेक्टो) सेक्शन दी जाए जिससे कि इमरजेंसी में अनावश्यक समय खराब ना हो।
07. झांसी मंडल के अंतर्गत एएलपी से दबाव बनाकर बिना किसी ट्रेनिंग और वित्तीय लाभ दिए बगैर  गार्ड का कार्य करने हेतु बाध्य किया जा रहा है इसके कारण एएलपी में बहुत रोष है। अतः इसे अविलंब बंद किया जाए ।

08. झांसी मंडल में सभी टिकट चेकिंग रेस्ट हाउस को रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार  वातानुकूलित किया जाए  क्योंकि अभी यहां एक भी रेस्ट हाउस वातानुकूलित नहीं है साथ ही ग्वालियर स्थित रेस्ट हाउस का निर्माण भी बंद पड़ा है इसका निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा कराया जाए ।
09. ललितपुर स्टेशन पर खजुराहो रेल लाइन खंड को जोड़ने के उपरांत वर्तमान में पांच गाड़ियों में एमिनिटी का कार्य ललितपुर टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा किया जाता है। व उक्त गाड़ियों को बीना स्टेशन से लेना और छोड़ना पड़ता है क्योंकि ललितपुर स्टेशन पर टीटी रेस्ट हाउस उपलब्ध नहीं है। अतः ललितपुर स्टेशन पर टी.टी.ई. गेस्ट हाउस की व्यवस्था कराई जाए।
10. मण्डल में स्थित तमाम रेलवे काॅलोनियों में अनुरक्षण कार्य लगभग शून्य हो गये है फलस्वरूप गंदगी का साम्राज्य बना हुआ है। और आवंटित तथा उसके परिजन गंदगी की वजह से तमाम गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे है। स्थानीय स्तर पर लगातार निरीक्षण हो रहे है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। यूनियन मांग करती है कि अनुरक्षण कार्यो प्रगति प्रदान करते हुए आंटियों को राहत प्रदान की जाबे।

11. इंजी. विभाग में कानपुर-बीना खण्ड में कार्यरत सभी कर्मचारी व पर्यवेक्षक वर्तमान समय में काफी दबाव में काम कर रहे साथ ही दण्डात्मक कार्यवाही व अन्य तरीकों से प्रताड़ित व बेइज्जत करने का कार्य हो रहा है। जिससे आत्महत्या जैसी घटनाये संज्ञान में आ रही है। अतः यूनियन मांग करती है कि ऐसी कार्यशाला पर अविलंब रोक लगाई जाये।
12. झांसी मंडल में स्थित  इंजीनियरिंग  विभाग के गेट पर 12 घंटे का रोस्टर प्रचलन में वह अमानवीय है। यूनियन मांग करती है कि उक्त सभी गेट पर 8 घंटे का रोस्टर लागू किया जाये । जब तक यह 08 घण्टे का रोस्टर लागू न हो तव तक गैटमेनो को सप्ताह में दो रेस्ट दिये जाये।
13. झांसी बीना खंड में लगभग 1500 कर्मचारी अपने परिवारों के साथ निवासरत है ललितपुर आदर्श स्टेशन श्रेणी में होने के बावजूद भी ललितपुर मुख्यालय पर रेल कर्मचारियों एवं उनके परिवार के उपयोग हेतु कोई सामुदायिक भवन  नहीं है जिसकी अत्यंत आवश्यकता है अतः यूनियन मांग करती है कि ललितपुर स्टेशन पर सामूहिक भवन का निर्माण अविलंब करने की व्यवस्था की जाए।
14. डीजल शेड एवं एसी लोको शेड झांसी के कर्मचारियों को ड्रेस अलाउंस नही दिया जा रहा है जबकि रेलवे के कई शेडो जैसे गोंडा, वोकारो, इटारसी, कानपुर तथा अन्य रेलवे के लोको मरम्मत एवं अनुरक्षण के पर्यवेक्षक तथा कर्मचारियों को ड्रेस अलाउंस का भुगतान 5000/- प्रति वर्ष भुगतान किया जा रहा है। झांसी मण्डल से ड्रेस अलाउंस देने का प्रस्ताव वरिष्ठ मंडल अभियंता TRS  द्वारा लाया गया और फाइल मुख्यालय में निर्णय हेतु लंबित है।
15. झाँसी मण्डल में सीनियर कर्मचारियो को दरकिनार करते हुये जूनियर कर्मचारियो को सुपरवाईजर में कार्य कराया जा रहा हैै। जिससे सीनियर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। अतः यूनियन मांग करती है कि इंचार्ज पर्यवेक्षक बनाये जाने हेतु वरियता को प्राथमिकता प्रदान की जाये।
नार्थ सेंट्रल रेलवे मैन्स यूनियन झाँसी मंडल के प्रतिनिधि मंडल में अजय सिंह यादव सहायक महामंत्री, मंडल अध्यक्ष एसएस चौहान, मंडल मंत्री बीएस कंसाना, संयुक्त मंडल मंत्री मोहम्मद शकील, कार्यकारिणी मंडल अध्यक्ष मनोज जाट, मंडल उपाध्यक्ष राजेश ठकुरानी, सहा. मंडल मंत्री बी के यादव, वर्कशॉप मंडल अध्यक्ष राम सुमेर यादव, आफाक अहमद, सुनील पाल, आनंद प्रजापति ,एसके द्विवेदी , भावेश, अमर सिंह यादव, हरिमोहन शर्मा , प्रदीप सुडेले आदि उपस्थित रहे।