– सीआरबी और सीईओ द्वारा नई दिल्ली व प्रयागराज के मध्य फुट प्लेट निरीक्षण, उमरे की समीक्षा बैठक की

प्रयागराज। अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीआरबी एवं सीईओ) रेलवे बोर्ड विनय कुमार त्रिपाठी ने प्रयागराज पहुंच कर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में समीक्षा बैठक की। श्री त्रिपाठी ने प्रयागराज पहुंचने से पहले वंदे भारत एक्सप्रेस से नई दिल्ली-प्रयागराज सेक्शन का फुटप्लेट निरीक्षण किया। फुटप्लेट निरीक्षण के दौरान सीआरबी एवं सीईओ के साथ मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मंडल मोहित चंद्रा और मुख्य बिजली वितरण इंजीनियर संजीव कुमार उपस्थित रहे। जहां उन्होंने 2×25 केवी ट्रैक्शन लाइन के काम की प्रगति की जानकारी ली। श्री त्रिपाठी ने सेक्शन में चल रहे कार्यों का भी जायजा लिया।
प्रयागराज जं. पहुंच कर श्री त्रिपाठी ने प्रयागराज स्टेशन पुनर्विकास योजना एवं यार्ड रीमॉडलिंग योजना की समीक्षा की। श्री प्रमोद कुमार, महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे और श्री शरद मेहता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण ने अध्यक्ष को प्रस्तावित स्टेशन पुनर्विकास और यार्ड रीमॉडलिंग योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया। इसके बाद सीआरबी और सीईओ ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर स्थित क्रू और गार्ड लॉबी का निरीक्षण किया।श्री त्रिपाठी ने कहा कि प्रतिदिन 5 मिलियन टन लदान के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कुशल ट्रेन संचालन एक महत्वपूर्ण कारक है और इस प्रकार रनिंग स्टाफ और उनके कार्य कौशल का ज्ञान महत्वपूर्ण मानक है।साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की सुरक्षा भंग होने पर जीरो टॉलरेंस अपनाया जाएगा। ट्रेन संचालन में सुरक्षा सभी अधिकारियों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और यहीं पर रनिंग स्टाफ के ज्ञान और कौशल को नियमित रूप से अद्यतन करने की आवश्यकता होती है। सीआरबी और सीईओ ने प्रयागराज लॉबी में ‘एलेक्सा सॉफ्टवेयर’ का भी अनावरण किया। यह लोको पायलटों और गार्डों के लिए एक कंप्यूटर आधारित परामर्श प्रणाली है जिसे ध्वनि नियंत्रण के माध्यम से संचालित किया जाएगा। श्री त्रिपाठी ने लॉबी में सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और वहां मौजूद गार्डों और लोको पायलटों से बातचीत की।
स्टेशन से सीआरबी और सीईओ उत्तर मध्य रेलवे के मुख्यालय पहुंचे जहां उन्हें आरपीएफ द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। श्री त्रिपाठी ने महाप्रबंधक, श्री प्रमोद कुमार, प्रमुख विभागाध्यक्षों और उत्तर मध्य रेलवे के तीनों मंडलों (आगरा, प्रयागराज और झांसी) के मंडल रेल प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में महाप्रबंधक और तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपने-अपने मंडल में हो रहे कार्यों की जानकारी दी। श्री त्रिपाठी ने चालू वित्त वर्ष के शेष एक माह एवं आगामी वित्तीय वर्ष में किये जाने वाले कार्यों की भी समीक्षा की।

संरक्षा सम्बन्धी पहलुओं पर चर्चा करते हुए, सीआरबी और सीईओ ने निर्देश दिया कि नव विद्युतीकृत खंडों में कार्यरत रेलकर्मियों को बिजली के उपकरणों के सम्बन्ध में संरक्षा के दृष्टिगत काउंसिल किया जाय। श्री त्रिपाठी ने ने हाल ही में विद्युतीकृत खंडो में कार्यरत कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर बल दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी डीजल इंजन के लोको पायलटों को एसी इंजनों की कार्यप्रणाली से भी परिचित कराया जाए।
एसेट फेलियर के संबध में बात करते हुए श्री त्रिपाठी ने सबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी फेलियर के मूल कारण की तह में जाना चाहिए और उसका यथोचित समाधान करना चाहिए। इसी क्रम में, श्री त्रिपाठी ने मिशन रफ्तार की प्रगति के विषय में चर्चा की, जो हावड़ा-दिल्ली और मुंबई-दिल्ली मार्गों को 160 किमी प्रति घंटे या उससे अधिक की गति से चलने वाली ट्रेनों के लिए अपग्रेड करने से संबंधित है।
सीआरबी और सीईओ ने कहा कि प्रतिदिन 5 मिलियन टन लोडिंग के विजन को साकार करने के लिए, उत्तर मध्य रेलवे को ट्रेनों की गतिशीलता को बढ़ाकर एक प्रमुख भूमिका निभानी होगी। लोडेड ट्रेनों को अपने गंतव्य तक जल्द से जल्द पहुंचने की जरूरत है और खाली जगहों को आगे की लोडिंग सुनिश्चित करने के लिए जीरो डिले से लोडिंग साइट पर पहुंचना चाहिए।
यात्री सुविधाओं पर बोलते हुए, सीआरबी और सीईओ ने व्यवहार में सिक्स सिग्मा प्रबंधन जैसे उपकरणों को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि यात्री सुविधाओं से संबंधित कार्यों की निगरानी क्रिटिकल पाथ मेथड (सीपीएम), पीईआरटी चार्टिंग जैसे उपकरणों के माध्यम से की जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सारे प्रोजेक्ट निर्धारित समय पर पूर्ण हो जाएँ ।