झांसी। कोतवाली पुलिस त्वरित कार्रवाई करती तो एक परिवार में मातम नहीं ठहरता। सूचना देने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने के परिणामस्वरूप शहर कोतवाली क्षेत्र के उन्नाव गेट बाहर चाकुओं के हमले में दम्पत्ति सहित तीन लोग घायल हो गए। देखना है कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है।

शहर कोतवाली क्षेत्र के उन्नाव गेट बाहर शमशान घाट के पास रहने वाले चंदन कोरी के साले की शादी थी। घर में रिश्तेदार आए हुए थे और खुशियों का माहोल चल रहा था। सोमवार की दोपहर चंदन का साढू भाई मनोज अपनी पत्नी गीता के साथ विवाद के दौरान मारपीट करने लगा। किसी प्रकार चंदन और उसके परिजनों ने मनोज को शांत कराने का प्रयास किया। जब वह नही माना तो चंदन की साली रश्मि उन्नाव गेट चौकी पहुंची ओर लिखित शिकायत की। लेकिन पुलिस जब तक एक्शन लेती तब तक करीब आधा घंटे बाद मनोज अपने हाथ में धारदार हथियार लेकर आया और चंदन पर ताबड़तोड़ तीन बार कर दिए। चंदन को बचाने आई उसकी पत्नी सीता पर भी मनोज ने दर्जनों चाकू से बार कर दिए वही बीच बचाव करने आई मनोज ने अपनी पत्नी रश्मि पर भी चाकुओं से प्रहार कर दिया और मौके से भाग निकला। इस घटनाक्रम से शादी समारोह की खुशियां मातम में बदल गयीं। आनन फानन में परिजन घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां चंदन और उसकी पत्नी गीता की हालत ज्यादा गंभीर होने पर उन्हें मेडिकल रेफर कर दिया। इस मामले का दुखद पहलू यह रहा कि जब पीड़ित कोतवाली पहुंचे तो उन्हें मिनर्वा चौकी की बात कह कर टाल दिया, किंतु जिला अस्पताल कोई पुलिस कर्मी घायलों की सुध लेने नही पहुंचा। इस मामले ने पुलिस की लापरवाही उजागर कर दी है।