झांसी। जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बड़ागांव गेट बाहर मां भगवती इंस्टीट्यूट में मर्चेंट नेवी प्रवेश परीक्षा कराने के नाम पर छात्रों से हुई धोखाधड़ी पर हंगामा हो गया। छात्रों ने हंगामा व पथराव करते हुए वाहनों की तोड़ फोड़ कर दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित किया।

बताया गया है कि थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बड़ागांव गेट बाहर मां भगवती इंस्टीट्यूट में मर्चेंट नेवी प्रवेश परीक्षा कराने के लिए पांच सौ से रुपए की वसूली की गई। जब परीक्षार्थी केन्द्र पर परीक्षा देने पहुंचे तब उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी मिली। परीक्षार्थियों द्वारा इस संबंध में जानकारी मांगी गई तो उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इस भड़के छात्रों ने लाखों रुपए ठगने का आरोप लगा कर हंगामा कर दिया। छात्रों ने पथराव कर वहां खड़े शिक्षकों के वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गयी और छात्रों को समझा कर शांत किया और उनके रुपए वापस कराए।

इस तरह हुई धोखाधड़ी – उक्त इंस्टीट्यूट में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 70 बच्चे परीक्षा देने आए थे। इंस्टीयूट में मौजूद बच्चों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनमें कोई गोरखपुर का है तो कोई बलरामपुर और जौनपुर समेत अन्य जिलों से। रामपुर से आए छात्र आशु, गोरखपुर से आए छात्र आलोक यादव समेत अन्य का कहना है कि उनके पैरेंट्स के पास मर्चेंट नेवी के नाम से एक मैसेज आया था। जिसमें बताया गया था आज झांसी के मां भगवती इंस्टीट्यूट में उनकी परीक्षा है।
मैसेज में दी गई बेवसाइड पर जब क्लिक किया तो उनकी डिटेल आ गई। जिस पर उन्हें विश्वास हो गया और वह झांसी के लिए निकल पड़े अपने-अपने घरों से। आज जब इस इंस्टीट्यूट में वह परीक्षा देने के लिए आए उनसे 500 से लेकर 1000 रुपए फीस के नाम पर लिए गए। जिन बच्चों ने नहीं दिया उन्हें वहां से भगा दिया गया। परीक्षा देते समय परीक्षा केन्द्र में उन्हें मोबाइल भी ले जाने दिया गया। इसके अलावा जिनके पास प्रवेश पत्र नहीं थे उन्हें भी परीक्षा में शामिल कर दिया गया। जो परीक्षा 9 बजकर 30 मिनट पर होनी थी वह लगभग 10 बजकर 30 मिनट पर शुरु की गई। इसके बाद प्रश्नपत्र में भी गड़बड़ समझ में आ रहा था। उन्हें शक हुआ तो उन्होंने इसके बारे में जानने का प्रयास किया। इसी दौरान परीक्षा हो गई। परीक्षा होने के बाद उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं को रद्दी बनाकर बाहर फेंक दिया गया। जिन पर उनकी नजर पड़ी। यह देख उनका शक यकीन में बदल गया और उन्होंने इंस्टीट्यूटी के प्रधानाचार्या व परीक्षा दिलाने वाले कम्पनी से पूछने का प्रयास किया तो उनके बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि परीक्षा देने आए छात्र आग बबूला हो गए और उन्होंने हंगामा करते हुए तोड़-फोड शुरु कर दी।