विधानसभा चुनाव में भगवा में खोया पृथक बुंदेलखंड राज्य का मुद्दा

झांसी। हर बार की तरह इस बार के विधानसभा चुनाव में पृथक बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे को बुन्देलखण्ड में तब्बजो नहीं मिल पाई। सही मायने में पृथक बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे को जनता-जनार्दन ने नकार कर मोदी-योगी के विकास व सुरक्षा के साथ हिन्दुत्व लिए वोट कर बुन्देलखण्ड की राजनीति करने वालों को दरकिनार कर दिया।

हालत यह रही कि पृथक बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे के साथ चुनावी मैदान में उतरे बुंदेलखंड क्रांति दल के प्रत्याशी महज 278 वोटों पर सिमट कर रह गए। हालांकि इसके पूर्व जब फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला इस मुद्दे पर चुनाव लड़ें थे तो जनता ने उन्हें भी कुछ हजार वोटों में सिमटा दिया था। इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ने से तौबा कर ली। हालांकि वह अलग अलग मंचों से बुंदेलखंड राज्य की हिमायत करते नजर आ जाते हैं।

बुंदेलखंड राज्य निर्माण मोर्चा द्वारा विधानसभा चुनाव के पूर्व बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे पर तरह तरह के आंदोलन रच कर जम कर हायतौबा मचाई, किंतु मोर्चा के नेता इस मुद्दे पर चुनाव लड़ने से कतराते रहे। मोर्चा के प्रति माह ज्ञापन देने व भगवान श्रीराम को कोल व कलावा रूपी चालों में जनता नहीं फंसी और इस चुनाव ने उन्हें हकीकत से रूबरू करा दिया। इसके अलावा पक्ष-विपक्ष की चुनावी सभाओं में भी यह मुद्दा पूरी तरह से नदारद रहा। सही मायने में यह चुनाव बुंदेलखंड राज्य के लिए जनमत साबित हुआ है।

अलग बुंदेलखंड राज्य की लड़ाई लड़ रहे बुंदेलखंड क्रांति दल ने झांसी सदर विधानसभा से चुनाव लड़ा था। दल के प्रत्याशी शरद प्रताप सिंह ने बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे पर लोगों से वोट मांगे, लेकिन उन्हें महज 278 वोटों से संतोष करना पड़ा। साथ ही चुनाव के दरम्यान भाजपा व अन्य विपक्षी दलों की ओर से भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की। चुनाव के दरम्यान ये मुद्दा ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। चुनावी सभाएं करने पहुंचे बड़े नेताओं ने भी कभी इस मुद्दे को नहीं उठाया।

जनता का रुख देख कर बुनिमो के नेता झांसी में सिमट ग्रे और छीछालेदर से बचने को यह कहना शुरू कर दिया कि पिछले बार की अपेक्षा इस विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के वोट प्रतिशत में जबरदस्त गिरावट आएगी। मोर्चा के नेताओं का यह ख्वाब भी जनता ने तोड़ दिया। जिले की चारों विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशियों के साथ गठबंधन प्रत्याशी का वोट प्रतिशत पिछले चुनाव से अधिक रहा।

इस बार सदर सीट से भाजपा के रवि शर्मा को 148262 और सपा के सीताराम कुशवाहा को 71909 मत प्राप्त हुए। रवि 76353 वोटों से जीते। बबीना से भाजपा के राजीव सिंह पारीछा को 118343 और सपा के यशपाल सिंह यादव को 73814 वोट मिले। राजीव 44529 मतों से जीते। गरौठा विधानसभा सीट से जवाहर लाल राजपूत को 114059 और सपा के दीपनारायण सिंह यादव को 80397 वोट मिले। जवाहर ने 33662 वोटों से जीत दर्ज की। आंकड़ों से स्पष्ट है कि जीत की हैट्रिक लगाने वाले रवि की पिछली बार से भी बड़ी जीत हुई है। झांसी जिले में उनकी जीत का अंतर सबसे ज्यादा है। जबकि, जवाहर ने पिछली बार से दोगुने तो राजीव ने ढाई गुने से ज्यादा अंतर से जीत दर्ज की है।