Jhansi । पूरे प्रदेश सहित जनपद झांसी मे भी संघर्ष समिति के बैनर तले मुख्य अभियंता कार्यालय झांसी क्षेत्र झांसी कार्यालय प्रांगण में एकत्रित होकर समस्त कार्मिक यथा जूनियर इन्जीनियर्स, अभियन्ता एवं कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार कर की विरोध सभा।

NCCOEE के आह्वान पर पूरे देश में एवं उ०प्र० में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले दो दिवसीय कार्य बहिष्कार व विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के प्रथम दिन केन्द्र/राज्य सरकारों की निजीकरण की नीतियों के विरोध में (बिजली कर्मियों के राष्ट्रव्यापी आन्दोलन) तथा अन्य समस्याओं के समाधान हेतु आम जनमानस के हित को ध्यान मे रखकर विद्युत आपूर्ति बनाये रखने मे सहयोग प्रदान करने के अलावा अन्य समस्त प्रकार के कार्यो यथा भण्डार केन्द्र से सामग्री का लेन देन, TFR लगाये जाने,पी•डी• निस्तारण, विद्युत चेकिंग व विच्छेदन, वीडियो कान्फ्रेंसिंग व कार्यालयी कार्यो इत्यादि कार्यो से विरत होकर कार्य का विरोध किया गया।
अभियंताओं एवं कर्मचारियों की मुख्य माँगे
1- *निजीकरण हेतु जारी किए गए इलेक्ट्रीसिटी(अमेंडमेंट) बिल 2021 और स्टैण्डर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट के मसौदे को वापस लिया जाए।*
2- *निजीकरण की समस्त प्रक्रिया निरस्त की जाए और ग्रेटर नोएडा का निजीकरण व आगरा का फ्रेन्चाइजी करार रद्द किया जाए।*
3- *केरल के केएसईबी लिमिटेड की तरह उप्र में भी सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लिमिटेड का गठन किया जाए।*
4- *सभी बिजली कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाए।*
5- *तेलंगाना की तरह ऊर्जा निगमों में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए और नियमित पदों पर नियमित भर्ती की जाए।*
6.*शांतिपूर्ण आन्दोलन के कारण प्राविधिक कर्मचारी संघ के सदस्यों की वेतन कटौती और अन्य दमनात्मक कदम वापस लिये जायें।*
6- *सभी संवर्गों की वेतन विसंगतियों का निराकरण किया जाए और पूर्व की भाँति सभी संवर्गों को तीन पदोन्नति पद के समयबद्ध वेतनमान दिए जाएं।*

विरोध सभा को संबोधित करते हुए रा०वि०प०जू०इं० सं० झांसी क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष इं० सुनील कुमार ने कहा की यदि विद्युत अधिनियम बिल-2021 पास हो जाता है तो आम जनमानस के साथ साथ किसानों को लालटेन युग में जीना पड़ेगा , यह बिल किसानों व विद्युत उपभोक्ताओं के हित के लिए नहीं है। अधिशासी अभियंता इं० शैलेंद्र कटियार ने कहा की वर्तमान में प्रबंधन द्वारा भय का वातावरण बनाकर लगातार कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है, ऊर्जा विभाग में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी दिन रात , विषम परिस्थितियों में कार्य कर उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने में प्रयासरत रहते हैं जबकि आवश्यक संसाधन उपलब्ध ना कराकर विभाग को निजीकरण की आग में झोंकना पूर्णतः गलत है।
विरोध सभा में अधिशासी अभियंता इं० डी० यादवेंदु, इं० राकेश सिंह सहायक अभियंता इं० मनोज सोनी, इं० शोभित दीक्षित , इं० मुकेश चौरसिया, इं० चंद्रेश तोमर, इं०महेश चंद्र, इं० दिनेश मौर्य , इं० वीरेंद्र , इं०सौरभ निगम, इं०पवन , इं०विकास सोनी, इं०पुरषोत्तम, इं०चारु एवं अवर अभियंता इं० राजकुमार , इं० रामकुमार इं० एल०एन० वर्मा , इं० चंद्रभान, इं ० शैलेंद्र कुमार, इं० सोहेल सिद्दीकी , इं० रवि वर्मा, इं० दीपक, इं० मोहित, इं० रोहित , इं० दीपा कुशवाहा, इं ० सुमन, इं० राजीव , इं० विक्रम , इं० एस०के०सेन, इं० एम०एम ०सिद्दकी अन्य विभिन्न सेवा संगठनों के कर्मचारी उपस्थित रहे।