वीरांगना लक्ष्मीबाई रेल्वे स्टेशन पर बाल सहायता समूह की  बैठक 

झांसी। वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर भटकते, असहाय, परिजनों से बिछुड़े बच्चों के भविष्य को अंधेरी गलियों का शिकार बनने से बचाने में रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा सराहनीय भूमिका निभाई जा रही है। गत वर्ष 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक रेल्वे चाइल्ड लाइन द्वारा 208 बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार परिजनों के सुपुर्द किया गया व 02 बच्चों को आश्रय ग्रह में रखा गया है। बच्चों के सकुशल मिल जाने से उन परिवारों की खुशियां लौट आईं जो दिल के टुकड़ों की तलाश में भटक रहे थे। इनमें कई तो ऐसे थे जो उम्मीद ही छोड़ चुके थे।

रेल्वे स्टेशन वीरांगना लक्ष्मीबाई पर स्टेशन निदेशक नीरज भटनागर व स्टेशन प्रबंधक ए.के.सिंह की अध्यक्षता में रेल्वे के संपर्क में आए हुए बच्चों की समीक्षा बैठक के दौरान दी गई। बैठक में स्टेशन उप प्रबंधक आर. एन. अग्रवाल, डिप्टी एस.एम. रमेश चंद्र, आर.पी.एफ. सब इंस्पेक्टर उमा यादव, जी.आर.पी. सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार, सी. सी. आई. मनोज तिवारी, रेलवे चाइल्ड लाइन समन्वयक बिलाल उल हक़ आदि उपस्थित रहे।

प्रारंभ में स्टेशन प्रबंधक ए.के.सिंह द्वारा रेलवे के संपर्क में आए बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण की मानक प्रचालन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। रेल्वे चाइल्ड लाइन समन्वयक द्वारा बताया कि स्टेशन पर 0 से 18 वर्ष तक का कोई भी बच्चा अकेला असहाय भटकता हुआ मिले तो आप तत्काल 1098 पर संपर्क कर सकते हैं या फिर प्लेटफॉर्म नंबर 01 पर बाल सहायता केन्द्र पर भी सूचना दे सकते हैं जिससे कि बच्चे को तुरंत मदद मिल सके। बताया गया कि जे. जे. एक्ट 2015 के अनुसार सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। रेल्वे के संपर्क में आए प्रत्येक बच्चे के सूचना स्टेशन प्रबंधक को देना अनिवार्य है।

उन्होंने बताया कि गत वर्ष 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक रेल्वे चाइल्ड लाइन द्वारा 208 बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार परिजनों के सुपुर्द किया गया व 02 बच्चों को आश्रय ग्रह में रखा गया। इसी क्रम में जी.आर.पी. सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार जी द्वारा बताया गया कि कोई भी बच्चे को अगर गोद लेना है तो भारत सरकार द्वारा संचालित कारा वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना आवश्यक है अन्यथा किसी भी बच्चे को बिना कारा वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किए गोद लेना या देना कानूनन अपराध है। आर.पी.एफ.सब इंस्पेक्टर उमा यादव ने कहा कि रेल्वे चाइल्ड लाइन के आने से पुलिसं को बहुत सहयोग प्राप्त होता है जिससे कि बच्चों को सही तरीके से उनके घर तक पहुंचाया जाता है।

स्टेशन निदेशक द्वारा रेलवे स्टेशन वीरांगना लक्ष्मीबाई पर कार्य कर रही रेल्वे चाइल्ड लाइन की सराहना करते हुए अच्छे और सावधानी से कार्य करने के निर्देश दिए गए व कोई भी समस्या होने पर आर.पी.एफ. एवं जी.आर.पी. सेव सहयोग लेने को कहा गया। इस मौके पर रेल्वे चाइल्ड लाइन से काउंसलर स्वेता वर्मा, रेखा करोठिया, राखी यादव, हेमलता आदि उपस्थित रहे।