झांसी । मेहंदी बाग राम जानकी मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में प्रारंभ में श्रीमद् भागवत की आरती पूजन महंत राम प्रिया दास महाराज, महंत प्रेम नारायण दास महाराज आदि साधु संतों ने किया।

कथा व्यास हरवंश दास महाराज ने बताया हर पुराण में पांच लक्षण होते हैं परंतु श्रीमद् भागवत महापुराण में 10 लक्षण होते हैं इसीलिए समस्त पुराणों में श्रीमद् भागवत को सम्राट की उपाधि दी गई है। आगे बोलते हुए कहा पद्म पुराण, ब्रह्म पुराण, स्कंद पुराण आदि श्रीमद् भागवत को चावड़ डुलाते हैं समस्त कामनाओं को पूर्ण करने की क्षमता श्रीमद् भागवत पुराण में है किसी भी किसी प्रकार की कोई काम ना हो वह भागवत का सहारा ले सकता है। भगवान शंकराचार्य कहते हैं कि जगत मिथ्या है, प्रकृति मिथ्या है सिर्फ ब्रह्म ही सत्य है । शंकराचार्य का यह कहने का तात्पर्य इसलिए है कि हमें जगत में आशक्ती ना हो फिर भगवान के श्री चरणों में हमारा ध्यान लगे और हम संसार सागर को पार कर जाएं।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से आई के पांडे, राजेश तिवारी, औरैया से पधारे ज्योतिष आचार्य अवनीश महाराज, सर्वेश पटेल, तुरंत तिवारी, सुशील शर्मा, रज्जू गोस्वामी, स्वतंत्र गुप्ता, प्रेम प्रकाश ca, मंदिरों के पुजारी संत, सैकड़ों की संख्या में मातृशक्ति श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।