झांसी। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एक्ट का सीधा उल्लंघन कर महारानी लक्ष्मीबाई के किले की चारों ओर की पहाड़ी (नींव) को पोकलिंग मशीन से खोदकर बोल्डर, गिट्टी,, बजरी एव सीमेंट से पक्का निर्माण कर पाथ वे बनाये जाने एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध खनन का विरोध महंगा साबित हो रहा है।

दरअसल, उक्त मुद्दे पर जिला प्रशासन की अनदेखी पर भानु सहाय ने इन दोनों प्रकरणों की वीडियो एवं फ़ोटो ग्राफ्स मुख्यमंत्री जी को उपलब्ध कराने के लिए भेंट कराने का अनुरोध किया था, किन्तु हुआ इसके विपरीत।
भानु को मुख्यमंत्री से मिलवा कर साक्ष्य तो नही देने दिए गए उल्टा हाउस अरेस्ट कर करवा दिया गया। हालांकि इससे भानु और उनकी टीम के हौंसले पस्त नहीं हुए हैं।

बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा द्वारा पर्चे बाँट कर झांसी के लोगो को बता दिया है कि हम संकल्पित है कि महारानी की धरोहर का न तो स्वरूप बदलने देंगे और न ही पहाड़ी क्षति पहुँचने देंगे। भानू सहाय के हाउस अरेस्ट होने पर अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, वरुण अग्रवाल, हमीदा अंजुम, उत्कर्ष साहू, कुँवर बहादुर आदिम, हनीफ खान, रशीद कुरेशी, प्रदीप गुर्जर, अनिल रायकवार, अन्नू मिश्रा, नरेश वर्मा, ब्रजेश राय, विकास पूरी आदि उपस्थित रहे।