एकतरफा प्यार में जलाई लड़की की स्कूटी से भड़की आग ने मल्टी को चपेट में लिया, सात जिंदा जले, पांच की हालत गंभीर

इंदौर (मप्र)/ झांसी। इंदौर मप्र के विजय नगर थाना के स्वर्ण बाग कॉलोनी में शुक्रवार देर रात इकतरफा प्यार में प्रेमिका से बदले की भावना से स्कूटी में लगाई आग से बिल्डिंग में सात लोगों के जिंदा जल कर मरने व पांच के गम्भीर रूप से घायल प्रकरण में फरार झांसी निवासी संजय दीक्षित उर्फ़ शुभम दीक्षित को शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पुलिस ने दबोच लिया।
दरअसल, इंदौर में दिल दहलाने वाले इस हादसे के बाद से पुलिस आरोपी संजय दीक्षित की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक रात को वह लोहा मंडी क्षेत्र में पुलिस को दिखा तो उसने भागने की कोशिश की। इस आपाधापी में वह गिरा और उसके हाथ-पैरों में चोटें आई हैं। उसे इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया है। मूलत: झांसी के रहने वाले इस आरोपी पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित था। युवक ने शुक्रवार देर रात एकतरफा प्यार के चलते मल्टी में रहने वाली युवती की स्कूटी में आग लगाई थी, जो पूरी बिल्डिंग में फैल गई। ये खुलासा मकान के नजदीक लगे CCTV फुटेज से हुआ। फुटेज में आरोपी वाहन में आग लगाता दिखा। युवती से उसकी कहासुनी हुई थी। इसके बाद आरोपी ने उसी युवती के दोपहिया वाहन में आग लगाने की साजिश रची। यही आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई।

इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने मीडिया को बताया कि आग लगाने वाले आरोपी का नाम संजय उर्फ शुभम दीक्षित है, जो कि झांसी का रहने वाला है। आरोपी सालभर पहले ही इंदौर आया था और छह महीने पहले तक इसी बिल्डिंग में किराएदार के रूप में रहा था।

युवती की शादी कहीं और होने से नाराज था आरोपी

पुलिस ने बताया कि यह मामला एकतरफा प्रेम संबंध का है। आरोपी इसी बिल्डिंग में रहने वाली एक युवती से प्यार करता है। युवती की शादी कहीं और तय हो गई थी। लेकिन वो उसी से शादी करना चाहता था। इसी बात लेकर दोनों में विवाद हुआ था। युवती से भी पूछताछ की गई है। वह फिलहाल खतरे से बाहर है। पुलिस के मुताबिक आरोपी और युवती के बीच दस हजार रुपए सहित अन्य मामलों में विवाद भी हुआ था। इसके बाद संजय ने छह महीने पहले घर छोड़ दिया था। उसने इंदौर में कई जगहों पर नौकरी की है। पुलिस के मुताबिक संजय के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाएगा। उससे पूछताछ में और भी खुलासे होंगे।

कैमरे व बिजली के मीटर के साथ छेड़छाड़ करता दिखा
CCTV फुटेज में शुक्रवार रात 2.54 बजे सफेद शर्ट पहने एक युवक आता दिखाई दिया, जिसने पार्किंग में खड़े एक वाहन से पेट्रोल निकाला और वहीं आग लगा दी। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है, लेकिन क्राइम ब्रांच और अन्य टीम को आरोपी को पकड़ने के लिए लगा दिया गया है। आग लगाने के बाद यह लड़का फुटेज में जाता हुआ भी दिखाई दिया।

कुछ देर बाद लड़का फिर से इसी इमारत में आता है। वह इमारत में लगे CCTV कैमरे और बिजली के मीटर के साथ छेड़छाड़ करता दिखाई दे रहा है। इसके बाद वह यहां से फिर से रवाना हो जाता है। हालांकि स्वर्ण बाग की जिस बिल्डिंग में आग लगी है उसके CCTV पूरी तरह से जल गए हैं। पुलिस ने इस क्षेत्र से तीन घरों के CCTV फुटेज व DVR बरामद किए हैं।

गैलरी में कूद कर बचाई जान, 9 लोगों को बचाया गया

लोगों को भागने की जगह नहीं मिली तो गैलरी से कूदकर जान बचाई। इन्हें चोटें आई हैं और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में बिजली जाने की वजह से आग लगने का पता चला था। रात को बिजली गुल थी। जब बिजली आई तो MCB में आग लग गई। आग ने कुछ ही समय में विकराल रूप ले लिया।
पुलिस के मुताबिक, बचाव दल ने 9 लोगों को इस अग्निकांड से रेस्क्यू भी किया है। 12 लोगों को अस्पताल ले जाया गया था। इनमें से 7 की मौत हो चुकी है। रहवासियों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को तीन-चार बार कॉल किए। इसके बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे बाद पहुंची। आसपास के रहवासियों ने कुछ लोगों को रस्सी के सहारे बिल्डिंग से नीचे उतारा।

मृतकों में ईश्वर सिंह सिसौदिया (45), नीतू सिसौदिया (45), आशीष (30), गौरव (38) और आकांक्षा अग्रवाल (25) शामिल हैं। देवास की रहने वाली आकांक्षा ने 15 दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाया था। जश्न के फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए थे। आकांक्षा के माता-पिता नहीं हैं। वह यहां लिव इन में रह रही थी।

दो लोगों की पहचान अभी बाकी
मरने वालों में 40 और 45 वर्ष के दो लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों में एक दंपती भी शामिल हैं। ईश्वर सिंह सिसोदिया और नीतू की दम घुटने से मौत हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।