– बाल कल्याण समिति की सक्रियता को सराहा

Jhansi । बाल कल्याण समिति की सक्रियता से एक और मासूम को जब माँ की गोद मिली तो खुशियों की बहार आ गई।
दरअसल, झांसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत आयोध्यापुरी कालोनी निवासी रमाशंकर की पुत्री आकांक्षा का विवाह वर्ष 2016 में सूती मिल निवासी सचिन के साथ सम्पन्न हुआ था। एक वर्ष बाद ही आकांक्षा की उड़ान ससुराल के कमरों में सिमट कर रह गई। ससुराल वालों ने उस पर पाबंदियां लगा कर कहीं भी आना जाना बन्द कर दिया जिससे वह मानसिक रूप से तनाव में रहने लगी।

22 अप्रैल को जब वह काफी बीमार हो गयी तो इलाज कराने पिता के घर आ गयी। ससुराल वालों ने तीन वर्षीय पुत्री को मां के साथ जाने से रोक लिया। इससे आकांक्षा काफी बीमार हो गयी। पुत्री को लेने हेतु उसने पुलिस विभाग में भी प्रार्थना पत्र दिया पर कोई राहत नहीं मिली। आखिर में उसने वन स्टाप सेन्टर की प्रभारी प्रीति त्रिपाठी से सम्पर्क किया। प्रीति के माध्यम से उसने बाल कल्याण समिति के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया। प्रार्थना पत्र में उसने अपनी तीन वर्षीय पुत्री के बलि चढ़ाये जाने की भी आशंका प्रकट की। बाल कल्याण समिति ने प्रार्थना पत्र पर तत्काल कार्यवाही करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झाँसी को पत्र भेजकर घटना से अवगत कराया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तत्काल महिला थाना प्रभारी नीलेश कुमारी को निर्देश दिये। महिला थाने की त्वरित कार्यवाही से दो घण्टे में ही बालिका को ससुराल वाले माँ के सुपुर्द कर गये। आकांक्षा ने त्वरित कार्यवाही व बच्ची दिलाने पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा , सदस्या परवीन खान एवं कोमल सिंह का आभार व्यक्त किया।