डीएम द्वारा गठित कमेटी ने मोर्चा के आंदोलनकारियों के साथ किया निरीक्षण 

झांसी। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के किले की पहाड़ी पर पुरातत्व विभाग के एक्ट एवं दिल्ली से बगीचा बनाने की अनुमति का उल्लंघन कर पोकलिंग मशीन से पहाड़ी खोदकर, बड़ी बड़ी चट्टानें पहाड़ी से नीचे गिराकर, पहाड़ी पर निर्माण करा कर ऐतिहासिक धरोहर को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष भानु सहाय के प्रयास सफल होते नजर आने लगे हैं।

ऐतिहासिक किले को क्षति पहुंचाने के विरोध को बढ़ता देख जिलाधिकारी ने पुरातत्व विभाग, नगर निगम, स्मार्ट सिटी एवं बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के आंदोलनकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में निर्णय लिया गया कि कमेटी बनाकर स्थलीय निरीक्षण किया जाए एवं जिन कार्यो पर विरोध हो रहा है उन्हें चिन्हित कर उनका निराकरण कर विरोध एवं धरना समाप्त कराया जाए।
बैठक उपरांत पुरातत्व विभाग , नगर निगम, स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय, मन्नू सिंह, रघुराज शर्मा, गिरजा शंकर राय, हनीफ खान, गोलू ठाकुर, प्रदीप झा आदि ने झंडा बुर्ज के नीचे की पहाड़ी से निरीक्षण प्रारम्भ कर किले के चारो ओर देखा एवं सामूहिक निर्णय लिया गया कि आगामी एक सप्ताह में कार्यदाई संस्था पुनः नया प्लान बनाकर सर्व सम्मति से किले के चारो ओर विकास कार्य प्रारंभ करेगी।