– मासूम को गोद में लेकर मां-पिता प्लेटफार्म नंबर-चार से एक पर आ रहे थे, तभी चली गई लाइट

ग्वालियर। उमरे झांसी मंडल के ग्वालियर स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। एक दंपति अपनी 6 महीने के बच्चे के साथ प्लेटफार्म नंबर एक पर लिफ्ट में फंस गया। अचानक लिफ्ट बंद हो गई और स्टेशन पर हंगामा मच गया। बिजली जाने से यह लिफ्ट बंद हो गई। अंदर लिफ्ट मे बच्चा और उसके मां-पिता गर्मी व गबराहट से पसीना-पसीना हो गए। घटना का पता चलते ही तत्काल रेलवे का अमला पहुंचा और जनरेटर से लिफ्ट ऑपरेट कर परिवार को बाहर निकाला। लिफ्ट से बाहर निकलते ही मां ने बच्चे को चूमा और स्टाफ को धन्यवाद देकर अपने घर के लिए निकल गए। यदि लिफ्ट कुछ देर और नहीं सही होती थी घुटन से जान भी जा सकती थी।
दरअसल, ग्वालियर निवासी दंपती श्वेता व अनिल कुमार अपने छह महीने के मासूम के साथ किसी ट्रेन से ग्वालियर के प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंचे थे। उन्हें प्लेटफार्म से सर्कुलेटिंग एरिया में जाना था। प्लेटफार्म नंबर एक पर आने के लिए वह लिफ्ट में सवार होकर हुए थे, अभी लिफ्ट चली ही थी कि अचानक बिजली गुल हो गई और बंद हो गई, जिससे दंपती अपने मासूम के साथ लिफ्ट में लॉक हो गए। इसके बाद बच्चे के परिजन अंदर से शोर मचाने लगे। यह देख कर वहां हंगामा मच गया। सूचना मिलने पर आरपीएफ व जीआरपी मौके पर पहुंची।
उधर, लिफ्ट में फंसी दंपती ने लिफ्ट के अंदर लिखे डिप्टी एसएस के मोबाइल नंबर पर इस मामले की जानकारी देकर तत्काल लिफ्ट से बाहर निकालने की गुहार लगाई। सूचना मिलने के दस मिनट बाद बिजली की आपूर्ति जनरेटर से बहाल करने के बाद ही लिफ्ट ऑपरेटर मौके पर पहुंचा और बच्चे सहित दंपति को बाहर निकाला।

लिफ्ट में हैं तो घबराएं नहीं

रेलवे ने इस घटना के बाद मीडिया को बताया है कि लिफ्ट में सफर कर रहे हैं तो घबराएं नहीं। अंदर कई फंक्शन ऐसे होते हैं जिनको आम लोग समझ नहीं पाते। गलत बटन या फंक्शन का उपयोग करने से इस तरह लिफ्ट अटक जाती है। हालांकि लिफ्ट की देखरेख करने के लिए संबंधित कर्मचारी हमेशा मुस्तैद रहते हैं।