वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर गंदगी व अव्यवस्थाओं पर नाराज़गी 
झांसी। पिछले दिनों उमरे के कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन पर जीएम द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में नपे रेलवे के 5 अधिकारियों के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। इसका प्रमाण 11 जून को वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर मिला। डीआरएम ने रात में औचक निरीक्षण कर प्लेटफार्म पर गंदगी और ओवररेटिंग पकड़ कर लताड़ लगाई। इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर 12 जून को सीनियर सीसी संजीव कुमार केसरिया, स्वास्थ्य निरीक्षक आनंद सोनी, कैटरिंग इंस्पेक्टर राजेश कुमार को निलम्बित कर दिया गया, विभागीय जांच जारी है।

दरअसल, अभी तक डीआरएम या अन्य अफसरों के निरीक्षण के पूर्व ही स्टेशन पर व्यवस्थाएं चकाचक कर दी जाती थी। इसके कारण छोटी छोटी कमियां ही पकड़ में आती रहीं। जब से जीएम द्वारा स्टिंग ऑपरेशन किया गया है अफसरों में खलबली मची हुई है और व्यवस्थाओं में सुधार का चाबुक चलने लगा है। इसी क्रम में 11 जून को रात 23 बजे बिना किसी को बताए डीआरएम आशुतोष औचक निरीक्षण हेतु वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4/5 पर पहुंच गए। वहां का हाल देख कर डीआरएम बेहाल हो गए। इस दौरान डस्टबिन के स्थान पर कचरा प्लेटफार्म पर पड़ा मिला। कई जगह प्लेटफार्म पर उनको गंदगी, अधिकांश स्टालों के बाहर अतिरिक्त जगह घेर कर अवैध कब्जा, खाने-पीने के सामान में ओवररेटिंग, स्टालों के निकट अनवांछित लोग सोते मिले। इस पर डीआरएम ने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई। यही हालात कमोवेश प्लेटफार्म नंबर 2/3 पर भी मिले।

डीआरएम के प्लेटफार्म पर मौजूदगी की खबर लगते ही अफरातफरी मच गई और संबंधित अधिकारियों की टीम स्टेशन पर पहुंच गई, किंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डीआरएम ने इन अव्यवस्थाओं से नाराज होकर जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन दीक्षित द्वारा तत्काल प्रभाव से 12 जून को सीनियर सीसी संजीव कुमार केसरिया, स्वास्थ्य निरीक्षक आनंद सोनी, कैटरिंग इंस्पेक्टर राजेश कुमार को निलम्बित कर दिया गया, विभागीय जांच जारी है।