खेलों के संवर्धन में उच्च शिक्षण संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण – प्रो. मुकेश पांडे

झांसी। उच्च शिक्षण संस्थान शिक्षा के विभिन्न आयामों के उत्सर्ग के लिए सदैव प्रयासरत रहते हैं। वर्तमान नई शिक्षा नीति 2020 में शिक्षा के साथ ही शारीरिक गतिविधियों विशेष रूप से खेलो की कुशल मानव संसाधन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका मानी गई है। उक्त विचार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर मुकेश पांडे ने इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी गाजियाबाद के साथ शिक्षा के साथ ही विशेष रूप से खेलों के संवर्धन के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज विश्व के सभी देश खेलों को अत्यधिक बढ़ावा दे रहे हैं। भारत सरकार कि खेलों के प्रति प्रतिबद्धता खेलो इंडिया के रूप में हम सबके सामने हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी गाजियाबाद के निदेशक विशाल तलवार ने कहा कि दोनों संस्थानों के सहयोग से निश्चित ही खेलों के विकास में सकारात्मक कार्य किया जा सकेगा। कुल सचिव विनय कुमार सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर में खेल की आधारभूत संरचना में सुधार के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वित्त अधिकारी वसी मोहम्मद ने कहा की खेलों के लिए उचित उपकरण एवं मैदान के सुधार के लिए वित्त प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉक्टर सूरज पाल सिंह ने बताया कि इसे एमओयू के माध्यम से शिक्षा के साथ ही विशेष रूप से खेलो और उसमें भी बुंदेलखंड परिक्षेत्र में खेले जाने वाले खेलों के संवर्धन के लिए कार्य किया जाएगा। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र सदैव से ही खेलों में विश्वविद्यालय का नाम रोशन करते आए हैं हाल ही में खेलो इंडिया प्रतियोगिता में बॉक्सिंग एवं मलखंब जैसी प्रतियोगिताओं में पदक तालिका में स्थान बनाकर छात्रों ने बुंदेलखंड क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। कार्यक्रम के दौरान परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर सिंह, कला संकायाध्यक्ष प्रो सीबी सिंह, वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो अर्चना वर्मा, विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो एसके सैनी, इंजीनियरिंग संकायाध्यक्ष प्रो एमएम सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो सुनील काबिया, डॉ यशोधरा शर्मा, प्रो पूनम पुरी, शोध विभाग अध्यक्ष डॉ कनिष्क पांडे उपस्थित रहेl