उ प्र पुरातत्व विभाग द्वारा बुन्देलखण्ड की प्राचीन धरोहर पर व्याख्यान 

Jhansi । उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग की क्षेत्रीय इकाई- झाँसी,राजकीय संग्रहालय- झाँसी तथा बुन्देलखण्ड पर्यटन विकास एवं पुरातत्व संरक्षण समिति के संयुक्त तत्वावधान में पुरातत्व अभिरुचि कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को बुन्देलखण्ड की प्राचीन धरोहर के बारे में जानकारी प्रदान करने हेतु 9 जुलाई, 22 को व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय, झाँसी में पावर ग्रिड कारपोरेशन इण्डिया लिमिटेड के निदेशक पं. रामनरेश तिवारी के मुख्य आतिथ्य, बुन्देलखण्ड महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. बाबूलाल तिवारी की अध्यक्षता एवं बुन्देलखण्ड पर्यटन विकास एवं पुरातत्व संरक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार तिवारी तथा राजकीय महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बी बी त्रिपाठी के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया।

वक्ता के रूप में क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी, झाँसी मण्डल डॉ एस. के. दुबे ने बुन्देलखण्ड के सभी जिलों में विद्यमान पुरातत्व एवं पर्यटन स्थलों को पावर पॉइंट पर दर्शाते हुए उनके ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह धरोहर हमारे गौरव शाली अतीत का उदाहरण है, इसे बचाए रखना हमारा नैतिक दायित्व है।
मुख्य अतिथि श्री तिवारी ने उपस्थित छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड का इतिहास गौरवशाली रहा है यहां की संस्कृति सम्पूर्ण विश्व में जानी जाती है, विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रदीप तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विभाजन के बाद शासन को पर्यटन के विकास हेतु उत्तराखंड के विकल्प के रूप बुन्देलखण्ड विकसित करना चाहिए।

डॉ. बी बी त्रिपाठी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को बुन्देलखण्ड के इतिहास का अध्ययन करना चाहिए जिससे हम यहां की संस्कृति और सभ्यता के बारे में जान सकें । इस अवसर पर अनिल पाठक, सोम तिवारी, शिवशंकर तिवारी, अखिलेश तिवारी, मुकेश कुमार तथा महाविद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
अन्त में भारत के राष्ट्रमित्र जापान के पूर्व प्रधानमन्त्री शिंजो आबे के असामयिक निधन पर मौन धारण करके श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के महामंत्री दिनेश भार्गव ने तथा आभार श्याम जी कृष्ण मिश्र द्वारा किया ।