– मंगलवार को मगरमच्छ के पेट में नहीं नदी किनारे मिला शव

श्योपुर। सोमवार को मगरमच्छ ने 10 वर्षीय बालक के एक मासूम को अपना निवाला बना लिया। हालांकि मंगलवार को मगरमच्छ द्वारा निगलने की कहानी झूठी निकली। यह घटना श्योपुर के रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के रिंझेंटा गांव में चम्बल नदी के किनारे रेत में खेल रहे  10 वर्षीय अतरसिंह नाम के बच्चे को अचानक मगरमच्छ ने झपट्टा मारकर निगल लिया। मंगलवार को बच्चे का शव नदी किनारे मिला।

श्योपुर में सोमवार को एक दिल दहला देने वाला वाकया हुआ। मामला रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के रिझेंटा गांव के पास चंबल नदी के किनारे का है। बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम करीब 6 बजे रिझेंटा गांव में रहने वाला 10 वर्षीय अतर सिंह केवट नदी किनारे रेत पर खेल रहा था. तभी नदी के पानी से मगरमच्छ बाहर निकला और एकदम से बालक पर झपट पड़ा। कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही उसने बच्चे को निगल लिया।

जब पास खड़े लोगों ने मगरमच्छ को बालक को निगलते हुए देखा तो उन्होंने देरी किए बिना मगरमच्छ को पकड़ लिया और रस्सी से बांध दिया। बच्चे को उसके पेट से निकालने की कवायद शुरू कर दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ के साथ पुलिस बल भी पहुंच गया है. ग्रामीणों ने मगरमच्छ के मुंह में लकड़ी फंसा दी है और उसे रस्सों से बांध दिया।

मंगलवार को सुबह ग्रामीणों ने उक्त बच्चे का शव नदी किनारे पर पड़ा देखा और पुलिस को सूचना दी। इससे स्पष्ट है कि मगरमच्छ ने बच्चे पर अटैक किया, जिससे उसकी मौत हो गई, किंतु मगरमच्छ बच्चे को निगल नहीं पाया। ग्रामीणों ने मगरमच्छ को अटैक करते देखा और समझा की बच्चे को निगल गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।