– कानपुर से गोरखपुर – एलटीटी ट्रेन से भाग रहा था सिक्योरिटी कंपनी का सुपरवाइजर 

झांसी। पंजाब में हिंसा की धमकी देने वाले सिक्योरिटी कंपनी के सुपरवाइजर को गोरखपुर – लोकमान्य तिलक टर्मिनस ट्रेन के आरक्षित कोच से झांसी जीआरपी की टीम ने दबोच लिया। धमकी देने वाले की झांसी में गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर पंजाब पुलिस ने राहत की सांस ली। पंजाब पुलिस उसे हिरासत में लेने झांसी पहुंच रही है।

दरअसल, पंजाब पुलिस द्वारा झांसी जीआरपी को सूचना मिली कि गोरखपुर – लोकमान्य तिलक टर्मिनस ट्रेन में एक संदिग्ध व्यक्ति यात्रा कर रहा है। उक्त व्यक्ति द्वारा पंजाब पुलिस के कंट्रोल रुम में पंजाब में हिंसा फैलाने की धमकी दी है। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए एसपी जीआरपी मोहम्मद इमरान के निर्देशन में सीओ जीआरपी नईम खान के नेतृत्व में जीआरपी झांसी व आरपीएफ ने संयुक्त रुप से सतर्कता व तत्परता से उरई से ही उक्त ट्रेन के आरक्षित कोचों को चेकिंग के दायरे में ले लिया।

सीओ जीआरपी नईम खान ने मीडिया को बताया कि इस दौरान वांछित का मोबाइल फोन नंबर लगातार सर्वेलेंस के रडार पर रहा। यह संयोग ही था कि वांछित द्वारा मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं किया था। जीआरपी के पास वांछित के मोबाइल फोन नंबर के अलावा उसकी पुरानी फोटो थी। यह फोटो उसके मोबाइल फोन नंबर के फार्म से मिली थी।

चैकिंग के दौरान ट्रेन के आरक्षित कोच में धमकी देने वाला संदिग्ध वांंछित पकड़ लिया गया। टीम ने उससे धमकी देने में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद कर लिया। इसके बाद ट्रेन जब वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो जीआरपी ने उसे उतार लिया गया।

पूछताछ में पकड़े गये व्यक्ति ने जीआरपी को अपना नाम जोगेन्दर निवासी जलंधर पंजाब बताया है। उसने बताया कि वह कानपुर में अपनी ससुराल में रुका था और वहीं से उसने मोबाइल फोन से पंजाब पुलिस को हिंसा फैलाने की धमकी दी थी। उसने धमकी क्यों दी, उसके पीछे क्या उद्देश्य था की कोई जानकारी नहीं दी। उसने बताया कि वह कानपुर से ट्रेन में सवार होकर भोपाल जा रहा था। भोपाल से किसी गाड़ी द्वारा रायपुर जाना था। उसने बताया कि वह एक सिक्योरिटी कम्पनी में सुपरवाइजर है।

सीओ ने बताया कि पकड़े गये व्यक्ति के बारे में पंजाब पुलिस को सूचना दे दी गई है। उसे पंजाब पुलिस को सौंपा जाएगा। अग्रिम कार्रवाई पंजाब पुलिस ही करेगी। पंजाब पुलिस की सूचना पर तत्परता से कार्रवाई कर वांछित को पकड़ने वाली टीम की एसपी जीआरपी ने सराहना की है।