झांसी। ग्वालियर रोड स्थित कुंज बिहारी मंदिर में नित्य निकुंज लीला निवासी पूज्य गुरुदेव महंत बिहारीदास महाराज के प्रिया प्रियतम मिलन महोत्सव का आज संत -महंत, पत्रकार एवं नारी शक्ति सम्मेलन के उपरांत विशाल भण्डारे के साथ समापन हो गया।

मंगलवार को धार्मिक आयोजन की शुरुआत भगवान कुंजबिहारी के प्रातःकाल की आरती के साथ ही हो गई। आरती उपरांत संगीतमय राम कलेवा का आयोजन हुआ तदुपरांत प्रागंण में बनाये गये विशाल हवन कुण्ड में सैकडों श्रद्धालुओं ने विद्वान पंडितों द्वारा उच्चारित वेदमंत्रों के बीच आहुतियां डाली।दोपहर में साधु संतों, पत्रकारों एवं महिला सम्मेलन उपरांत विशाल भण्डारे का आयोजन हुआ जो देर रात्रि तक चलता रहा।इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक एवं बुंदेलखंड धर्माचार्य महंत राधा मोहनदास महाराज ने संत महंतों का आशीष लेते हुए नारी शक्ति स्वरूपा माता बहनों का आह्वान करते हुए कहा कि आज सनातन संस्कृति का क्षरण होता चला जा रहा है हम सबने पाश्चात्य संस्कृति तो प्राप्त कर ली है पर अपनी संस्कृति खोते चले जा रहे हैं यह ठीक नहीं है। उन्होंने नारी शक्ति का आह्वान करते हुए कहा की वे अपने बच्चों में संस्कार जरूर डालें।

संत सम्मेलन में महाराज श्री के एक शिष्य 10 वर्षीय बालक मृदुल मिश्रा ने कुंज बिहारी मंदिर के अब तक के गद्दी पर विराजमान सभी ब्रह्मलीन महंतों का संस्कृत में विस्तार से जीवन परिचय दिया। उक्त बालक की धारा प्रवाह संस्कृत भाषा को सुनकर सभी ने दांतो तले उंगली दबा ली और मुक्त कंठ से सराहना की। संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए आर एस एस के विभाग प्रचारक अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि जीव के कर्म ही उसके साथ जाते हैं अतः अपने कर्तव्य में सराबोर होते हुए हम सबको देश को आगे बढ़ाना है उन्होंने कहा कि संतों के दरबार से बड़ा कोई दरबार नही है संत समाज को दिशा देते हैं हम सबको सदैव उनका वंदन करते हुए हर क्षण उनका मार्गदर्शन लेते रहना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला धर्माचार्य विष्णुदत्त स्वामी ने कहा कि आज की नारी मोबाइल पर ज्यादा ध्यान देती है जिसका दुष्प्रभाव उसके गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है। महंत महावीर दास ब्रह्मचारी आश्रम पारीछा ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में बड़े ही सुंदर तरीके से सनातन धर्म की व्याख्या बतायी। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म आदि धर्म है जब-जब सनातन धर्म पर संकट आया है तब तक प्रभु ने अवतार लेकर सनातन धर्म की रक्षा की है। वर्तमान में मोदी, योगी जैसे महापुरुषों ने भी जन्म लिया जो आज अपने आप को पूरी तरह समर्पित करके देश और प्रदेश की सेवा में तल्लीन है।

नगर धर्माचार्य आचार्य हरिओम पाठक ने कहा कि संतों की वाणी हमारी आत्मा का भोजन है उन्होंने कहा कि कुंज बिहारी मंदिर की परंपरा हम सबके लिए पूज्य है तथा सदैव बे इस परंपरा का पालन करते रहेंगे आपने कहा कि समाज की संरचना के लिए माता-पिता तप करें तो संतान भी श्रेष्ठ होगी।इस मौके पर पत्रकारों का भी सम्मेलन हुआ इससे पूर्व शक्ति स्वरूपा माता बहनों के सम्मेलन में सभी को सुहाग का सामान उपहार स्वरूप भेंट किया गया।

इस मौके पर मुरली मनोहर मंदिर के महंत रामचंद्र गोलवलकर, इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ब्रजभूमि दास, रामप्यारे दास पनिया पुल महंत राम चरण दास पंचमुखी हनुमान मंदिर रामस्वरूप दास रामलीला मंदिर माधव दास गोपाल जी मंदिर सेमरी विश्वभूषण दास महामंडलेश्वर सेमरी मेंहदी बाग मंदिर, सखी के हनुमान मंदिर, कमल दास बड़ागांव सिया दुलारी चरण देवामाता राम किशन दास त्यागी बंसी वाले, कल्याण दास हनुमान मंदिर छिरोना सहित ग्वालियर, दतिया, ओरछा, छतरपुर के अतिरिक्त झांसी जिले के सभी मंदिरों के महंत पीठाधीश्वर संत पुजारी एवं वेद पाठी ब्राह्मण मौजूद रहे। सम्मेलन उपरांत सभी को भंडारे का स्वादिष्ट प्रसाद परोसा गया तदोपरांत कार्यक्रम आयोजक बुंदेलखंड समाचार राधा मोहन दास महाराज ने सभी का आशीष लेते हुए कंबल शॉल एवं नगद राशि दक्षिणा देकर विदा किया।

इस मौके पर कथा व्यास राधाबल्लभ महाराज वृंदावन मनमोहन दास, पवनदास, बालक दास महाराज मुख्य यजमान श्रीमती अंकिता सोहित गुप्ता ने साधु संतों को सम्मानित करते हुए आशीर्वाद लिया। पत्रकार सम्मेलन में गहोई वैश्य पंचायत के अध्यक्ष प्रकाश गुप्ता, नौगरईया, मोहन नेपाली रामसेवक अडजरिया, धर्मेंद्र साहू, शकील खान, दीपक सिंह चंदेल, रवींद्र सिंह गौर, हरीकृष्ण चतुर्वेदी, दीपचंद्र चौबे ने अपने विचार व्यक्त किये। अंत में वरिष्ठ पत्रकार रामकुमार साहू ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर नगर के गणमान्य नागरिक, समाज सेवी व्यापारी बंधु बडी संख्या में मौजूद रहे।