इलाइट चौराहा व विकास भवन के सामने किया प्रदर्शन, सड़क जैम पर पहुंचे अफसर, आश्वासन दिया 

झांसी। लाखों रुपए सहारा और अन्य चिट फंड कंपनी में जमा करने के बाद ठगी के शिकार हुए सैकड़ों महिला व पुरुषों ने अपनी जमा पूंजी को वापस दिलाने के लिए सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। इसके तहत पहले इलाइट चौराहा और इसके बाद विकास भवन के सामने सड़क जाम कर जोरदार नारेबाजी व प्रदर्शन किया।

गुरुवार को सुबह इलाईट चौराहे पर जनपद झांसी के सैकड़ों महिला व पुरुषों ने कड़कड़ाती ठंड में सड़क पर प्रदर्शन करते हुए चिट फंड कंपनी में फंसे अपने रूपयों को वापस दिलाए जाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सहारा सहित कई चिट फंड कंपनी ने आम जन लोगों को दोगुना पैसा देने का लालच देकर जमा पूंजी ले ली और उसके बाद यह कम्पनी रुपए वापस नहीं कर रही हैं। जिससे जमाकर्ताओं की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है और प्रभावित लोग भुखमरी की कगार पर आ खड़े हुए हैं। उनका कहना है कि कईयों बार जिला प्रशासन से मांग की गई की इन कंपनियों की संपत्तियों को नीलाम करके जनता के पैसे लौटाए जाएं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूर हो कर सैकड़ों की संख्या में पीड़ितों ने एकत्रित होकर प्रदर्शन किया।

जिससे ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा गयी। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को चौराहे से हटा दिया गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने विकास भवन के सामने सड़क जाम कर दी। नजदीक ही कमिश्नरी में चल रही शिक्षक एमएलसी चुनाव प्रक्रिया में मौजूद अधिकारियों को जैसे ही इसकी खबर मिली तो वह समझाने पहुँच गए। एडीएम संजय पाण्डेय के साथ सीपरी, प्रेमनगर , कोतवाली व बड़ागाँव सहित कई थानों के फोर्स मौके पर पहुँच गया और जाम खुलवाने की कोशिश की, लेकिन गुस्साए लोगों ने कार्यवाही होने पर ही जाम खोलने की शर्त रखी। निवेशकों की ओर से बताया गया कि सहारा व अन्य कम्पनियों में उनका लगभग 800 करोड़ रुपये फंसे हैं।

इस दौरान सैकड़ों की तादाद में जमा हुए निवेशकों को समझाकर जाम खुलवाने में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को लगभग तीन घण्टे तक मशक्कत करनी पड़ी। बाद में संबंधित कम्पनी अधिकारियों पर मुकदमा और समस्या का जल्द समाधान कराने के आश्वासन पर जाम खोल दिया गया।