यज्ञमंडप के पूजन के बाद यज्ञवेदी में डाली गई आहुतियां

झांसी। लक्ष्मी तालाब स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ श्री श्री 1008 श्री महाकाली विद्यापीठ मैं आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ में सबसे पहले बनारस से आए विद्वानों द्वारा यज्ञमंडप का पूजन कर वेद मंत्रो के साथ श्रद्धालुओं ने आहुतियां अर्पित की। इस मौके पर कांकर बनारस के यज्ञाचार्य पं नारायन शास्त्री ने कहा कि शतचंडी महायज्ञ जगत का कल्याण करता है।

श्री महाकाली विद्यापीठ में महायज्ञ 28 जनवरी तक आयोजित होगा। रविवार को प्रात मां महाकाली जी का अभिषेक श्रृंगार एवं आरती हुई। इसके उपरांत वास्तु पूजन हुआ और समस्त देवी देवताओं की आराधना की गई। वेद मंत्रों के साथ यज्ञ कुंड में आहुतियां अर्पित की गई। इस अवसर पर यज्ञचार्य ने श्री शतचंडी महायज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डाला। वहीं प्रधान पीठ पर मुख्य यजमान में मंदिर के पूजारी धर्मपत्नी सहित श्री मति ममता पं अजय त्रिवेदी गुरु जी रहे। इस मौके पर पं कुशाग्र त्रिवेदी राष्ट्रीय सचिव राष्ट्रीय हिंदु वाहिनी, तन्मय त्रिवेदी, आयुष त्रिवेदी, श्री मति लिली अभिषेक गुप्ता, देवेंद्र त्रिवेदी, सुरेंद्र, महेंद्र, रविंद्र त्रिवेदी, राकेश मिश्रा, राघव अवस्थी, अमित गोलू महराज पत्रकार , सोनू पंडा, अजय साहू,दीपक गुप्ता, तेजपाल मंगतानी , सुमित बाबा, गुड्डा अग्रवाल, जयदीप नीखरा आदि लोग उपस्थित रहे। सभी का आभार व्यक्त मंदिर व्यवस्थापक पं अरुण त्रिवेदी ने किया।