नवाबाद थाना पुलिस को दी तहरीर, बीयू ने दोषियों को बचाने निर्दोष की नौकरी छीनी 

झांसी। कुछ दिनों पूर्व बुंदेलखंड विश्विद्यालय छात्रावास में छात्रा द्वारा आत्महत्या प्रकरण में उस समय नया मोड़ आ गया जब मृतका के परिजनों ने शुक्रवार को नवाबाद पुलिस को लिखित तहरीर देते हुए दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है। आरोप लगाया है की उप कुलपति व वार्डन मेट्रन शिप्रा और सुमन मिलकर छात्रा का उत्पीड़न करते थे, उसे शिकायत करने पर फेल करने की धमकी देते थे। परिजनों ने उत्तर प्रदेश सरकार की भी शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है। हालांकि इस प्रकरण में विश्विद्यालय प्रशासन लगातार दोषियों को बचाने का कार्य करते हुए निर्दोष लोगों को नौकरी से हटा दिया और दोषी आज तक नौकरी कर रहे।

उप्र के जिला गोरखपुर के शाहपुर निवासी जयप्रकाश राय ने नवाबाद थाना पुलिस को आज दिए गए लिखित शिकायती पत्र में बताया की उनकी पुत्री श्रष्टि राय बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में बीटेक की छात्रा थी। वह यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित छात्रावास समता हॉस्टल में ही रहती थी। कई बार पुत्री ने उन्हे बताया की हॉस्टल की वार्डन मेट्रन शिप्रा और सुमन उसका लगातार उत्पीड़न करती हैं। इस मामले में इसकी विभागाध्यक्ष उप कुलपति को कई बार शिकायत की गई लेकिन शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। बल्कि बदले की भावना से लगातार उसकी पुत्री को फेल करने ओर हॉस्टल से निकालने की धमकी दी गई।

उन्होंने आरोप लगाया की 18 जनवरी को उनकी पुत्री ने उसे फोन करके बताया की उसकी तबीयत बहुत खराब है, वह बहुत घबरा रही है, मेट्रन को बोल दो की आज रात वार्डन या मेट्रन को मेरे पास सोने भेज दो मुझे काफी घबराहट हो रही। इस पर उन्होंने शिप्रा को फोन करके बताया ओर सुमन को लेकिन दोनो ने उसकी बात नही मानी और न ही उसे उपचार के लिए रात ग्यारह बजे फोन करने के बाद भी नही ले जाया गया। अगले दिन सुबह फोन पर बताया की उनकी श्रष्टि ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

उन्होंने आरोप लगाया है की शिप्रा, सुमन और उप कुलपति से प्रताड़ित होकर श्रृष्टि ने आत्महत्या की है।उन्होंने शिकायती पत्र के माध्यम से रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।आपको बता दें की इस घटना के बाद से लगातार विश्विद्यालय प्रशासन मृतक छात्रा के परिजनों के आरोपों को दर किनार करते हुए दोषी कर्मचारियों को बचा कर निर्दोषों को नौकरी से हटा कर अपनी इतिश्री कर ली जो चर्चा का बाजार बना है।