आनलाइन टार्गेट व रुपये भेजकर चर्चो में कराई आगजनी, राजधानी भोपाल भी थी टारगेट पर, तीन गिरफ्तार 

झांसी/ इटारसी। मप्र की नर्मदापुरम पुलिस ने मप्र की दरगाह-मस्जिदों और चर्चो में तोड़फोड़ और आगजनी कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने का षड्यंत्र रचने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इस वारदात का सरगना उप्र झांसी निवासी आकाश तिवारी है। आकाश ने फैजाबाद अयोध्या निवासी साथी अवनीश पांडेय को इस वारदात के लिए चुना। अवनीश सवा साल से इटारसी की रेलवे कालोनी में रह रहा था।

यह है मामला: 12 फरवरी को आदिवासी विकासखंड केसला की शक्तिपुरा चर्च में आग लगाकर दीवारों पर राम नाम आइल पेंट से लिखा गया था। ठीक एक माह पहले 9 जनवरी को इटारसी खेड़ा के चर्च के गेट पर भी धार्मिक ग्रंथ में आग लगाकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास हुआ था। एक माह में इस तरह की दो घटना होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। क्रिश्चियन समुदाय की नाराजगी भी सामने आई थी। पुलिस अधीक्षक डा. गुरकरन सिंह ने मीडिया को बताया कि उन्होंने जांच के लिए तीन टीमें गठित कर खुफिया कैमरों, साइबर सेल एवं अनुसंधान तकनीक के जरिए झांसी उप्र निवासी आकाश पुत्र राधेश्याम तिवारी, फैजाबाद अयोध्या निवासी अवनीश पांडेय एवं इटारसी 12 बंगला निवासी शिवा राय को हिरासत में लिया। पूछताछ में अवनीश पांडेय ने कहा कि आकाश और वे दोनों उप्र में साथ पढ़ाई कर चुके हैं। सवा साल पहले वह जाब के लिए इटारसी आ गया था। आकाश के कहने पर उसने दोनों चर्चो में आग लगाई, सुखतवा की वारदात में पड़ोसी शिवा राय का सहयोग भी लिया।

दोस्त भेजता था लोकेशन आकाश तिवारी झांसी से गूगल लोकेशन पर उसे मप्र के धार्मिक स्थलों का पता देता था। पहले खेड़ा और सुखतवा के चर्च को निशाना बनाने के बाद इन आरोपितों के निशाने पर मप्र की राजधानी भोपाल, नर्मदापुरम समेत अन्य शहरों के धार्मिक स्थल थे, जिन्हें आगामी एक माह में नुकसान पहुंचाने की तैयारी कर सांप्रदायिक उन्माद फैलाना चाहते थे। आकाश ने इस काम के बदले में अवनीश को आनलाइन पैसे भी ट्रांसफर किए थे। एसपी सिंह के मुताबिक युवकों का किसी संगठन विशेष से रिश्ता नहीं है, अलबत्ता वे अपने धर्म के लिए काम करने की विचारधारा रखते थे, इसी वजह से बहकावे में आ गए।

यह बात भी सामने आई है कि उप्र में रामचरितमानस विवाद के बाद वे धार्मिक उन्माद का शिकार हुए। मास्टर माइंड आकाश तिवारी को जिले की एक टीम ने मंगलवार को सुबह झांसी के थाना सीपरी बाजार क्षेत्र अंतर्गत आवास विकास कालोनी से पकड़ा, जबकि दो इटारसी में पकड़े गए। मंगलवार को दोनों आरोपितों को कोर्ट पेश किया गया।

पैसों का लोभ था आरोपियों को उक्त गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पैसों का लाभ रहता था। इसी के चलते ये घटनाओं को अंजाम देते थे। इनके मन में धर्म के प्रति कुछ काम करने की भी मंशा रहती थी। इसके पहले भी इन्होंने छोटी-मोटी घटनाएं की थी। एक-डेढ़ माह में बड़ी घटनाओं की भी इन्होंने मास्टर माइंड आकाश तिवारी के कहने पर बना रखी थी। इसके पहले ही नर्मदापुरम पुलिस ने इन्हें पकड़कर उजागर कर दिया।

आरोपी ने एमबीए की पढ़ाई की आरोपी अवनीश पांडे ने एमबीए की पढ़ाई की है। रेलवे में भी टे्रनिंग प्राप्त की थी। भोपाल में एक शो रूम में यह नौकरी कर रहा था। झांसी निवासी मुख्य आरोपी आकाश तिवारी ने इसे बहुत सारी लोकेशन फोटो इटारसी, नर्मदापुरम, भोपाल की भेजी थी। घटना को अंजाम देने से पहले ही इन्हें पकड़ लिया गया।