दिव्यांग महिला ने लगाया राशन कार्ड व पेंशन के लिए रिश्वत मांगने का आरोप

झांसी। सूबे में भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार और उनके मंत्री भले ही जीरो टॉलरेंस की दुहाई देते हों, किंतु कतिपय सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ है, अब भी पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं। झांसी में इसका खुलासा उस समय हो गया जब प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के सामने एक आदिवासी महिला ने सार्वजनिक रूप से कहा कि विकास भवन व पूर्ति विभाग में उससे रुपये मांगे जा रहे हैं।

मंत्री जी जब सर्किट हाउस में कार में सवार हो रहे थे तभी अचानक उनके समक्ष तालपुरा निवासी निशा आदिवासी पहुंच गई। उसने केबिनेट मंत्री को बताया कि उसका राशन कार्ड देने के एवज में एक हजार व पेंशन के लिए विकास भवन की महिला क्लर्क 500 रुपये मांग रही है। मंत्री ने तत्काल मामले में कार्यवाही के निर्देश दिए। यह सुनकर वहां सन्नाटा पसर गया।

मंत्री के जाने के बाद निवर्तमान मेयर रामतीर्थ सिंघल ने तुरंत संबंधित अधिकारियों से बात कर महिला की समस्या समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने मीडिया को बताया कि महिला की समस्या का समाधान हो जाएगा।