सामूहिक विवाह में सहयोग करना देश के समस्त सनातनियों का धर्म है – आनंद कश्यप

झांसी। संघर्ष सेवा समिति अपने कार्यों को लेकर लगातार जनपद और आसपास के क्षेत्रों में चर्चा का विषय बनी रहती है कई समाजसेवी कार्यों को धरातल पर उतार कर समिति ने बुंदेलखंड में एक नया इतिहास रचा है। आगामी दिसंबर जनवरी माह में संघर्ष सेवा समिति 501 कन्याओं का सनातन रीति रिवाज के अनुसार अनूठा सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है जिसमें देश विदेश के गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, बॉलीवुड कलाकार सहित कई धर्मगुरु सम्मिलित होंगे।

इस कार्यक्रम की जानकारी प्राप्त कर कश्यप मोटर्स जो विदेशों से लग्जरी गाड़ी आयातित कर भारत में विक्रय करते हैं, के मालिक आनंद कश्यप संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पहुंचे। वह एवं उनके पूर्वज 1957 से दिल्ली के राजेंद्र नगर में गुरुकुल प्रथा पर आधारित विद्यालय का संचालन करते आ रहे हैं। वर्ष 1986 में आनंद कश्यप ने भारत आकर इस प्रथा को आगे बढ़ाया और निरंतर समाज सेवा के क्षेत्र में भी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने संस्था के संस्थापक डॉ० संदीप सरावगी से आगामी सामूहिक विवाह के कार्यक्रम पर विस्तृत रूप से चर्चा की एवं कार्यक्रम में पांच विंटेज कारें उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जिसमें सरदार वल्लभभाई पटेल की कार शेवरले फ्लीट मास्टर 1947, रानी विक्टोरिया की कार जगुआर डेमलर लिमोजिन 1969, गोवा के अंतिम पुर्तगाली गवर्नर की कार प्यूज़ो 403 1956, ओल्ड्स मोबाइल 1947 सम्मिलित रहेंगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्य सहयोग का भी आश्वासन देते हुए कहा यह कार्य संपूर्ण सनातन धर्म का कार्य है डॉ० संदीप सरावगी ने जो बीड़ा उठाया है हम सभी को मिलकर इस कार्यक्रम में तन मन धन से सहयोग करना चाहिए।

इस दौरान डॉ० संदीप सरावगी ने कहा संघर्ष सेवा समिति लगातार सामाजिक क्षेत्र में कार्य कर रही है निर्धन असहाय परिवारों की बेटियों के विवाह कार्यक्रम आयोजित कर हम उन्हें पॉलिसी एवं अन्य उपहार देते हैं विवाह के पश्चात उनके चरण धोकर विदा भी करते हैं जिससे समाज में सामाजिक समरसता बनी रहे। उन्होंने कहा महान हस्तियों की कारों से जब उन बेटियों को विदा किया जाएगा जीवन पर्यंत कोई भी व्यक्ति उन्हें कमजोर व असहाय नहीं कह सकेगा। हमारे संगठन का उद्देश्य है निर्धन तबके को आधुनिक विचारधारा से जोड़ा जा सके जिससे भारत एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र के रूप में उभर कर विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप स्थापित कर सके। दिसंबर जनवरी माह में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में मैं सभी देशवासियों से आव्हान करता हूं कि कार्यक्रम में सहयोगी बनकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दें।

इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति से पूजा रायकवार, प्रमेंद्र सिंह, सुशांत गेड़ा, बसंत गुप्ता, राजू सेन, संदीप नामदेव, महेंद्र रायकवार, राकेश अहिरवार, राजेंद्र चतुर्वेदी, सुरेंद्र पाल, प्रीति माहौर, भूपेंद्र यादव एवं लाल सिंह सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।