झांसी स्टेशन पर प्रसूता को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई, रेलवे की व्यवस्था को सभी ने सराहा 

झांसी। उमरे के झांसी मंडल के इतिहास में यह पहली घटना होगी जो सुनहरे अक्षरों में दर्ज हुई। शुक्रवार की रात पठानकोट एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रा कर रही एक गर्भवती ने झांसी स्टेशन से ट्रेन छूटने के बाद में कोच में बच्चे को जन्म दिया और जच्चा-बच्चा को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने स्टेशन से छूट चुकी ट्रेन को वापस झांसी स्टेशन लाया गया। स्टेशन से जच्चा-बच्चा को तुरंत मेडिकल कॉलेज भेजा गया जबकि यह परिवार बिना टिकट यात्रा कर रहा था।

दरअसल, चंदौली निवासी सीनू यादव अपनी 23 वर्षीय गर्भवती पत्नी मनीषा यादव और चार साल की पुत्री के साथ शुक्रवार को पठानकोट एक्सप्रेस के  जरनल कोच में दिल्ली के लिए यात्रा कर रहे था। ट्रेन रात 8:50 बजे झांसी स्टेशन पर पहुंची और 13 मिनट के ठहराव के बाद 9:03 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गई। गाड़ी के चलते ही मनीषा को प्रसव पीड़ा होने लगी। इससे पहले कि कोई कुछ कर पाता उसने चलती ट्रेन में ही बेटे को जन्म दे दिया। यह देख कर सभी यात्रियों ने तत्काल ट्रेन की जंजीर खींच दी। तब तक ट्रेन स्टेशन से तकरीबन आधा किलोमीटर आगे बढ़कर चित्रा चौराहे के पास रेलवे पुल पर पहुंच चुकी थी। इसकी सूचना रेलवे के कंट्रोल रूम पर दी।

कोच में बच्चे के जन्म की सूचना मिलते ही उप स्टेशन प्रबंधक (वाणिज्य) एसके नरवरिया ने तुरंत स्टेशन पर मौजूद रेलवे के चिकित्सक से संपर्क किया। चूंकि, गाड़ी आउटर पर रेलवे ब्रिज के ऊपर खड़ी हुई थी, ऐसे में रेलवे की टीम का कोच तक पहुंचना आसान नहीं था। इस पर गाड़ी पीछे लौटाई गई। ऐसे में 9:35 बजे गाड़ी वापस झांसी स्टेशन पर पहुंच गई। यहां डा. रविंद्र चौधरी, नर्स अरुणा व आया राजकुमारी ने तत्काल जच्चा-बच्चा को प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया। इसके बाद प्रसूता को आरपीएफ टीम के साथ एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। यहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

बगैर टिकट यात्रा कर रहा था दंपती
इस घटना में रेलवे द्वारा एक और सौहार्दता का उदाहरण प्रस्तुत किया। ट्रेन में बच्चे को जन्म देने वाली मनीषा अपने पति सीनू और चार साल की बेटी के साथ बगैर टिकट यात्रा कर रही थी। इसकी जानकारी तब हुई जब रेलवे के रिकॉर्ड में ब्योरा दर्ज करने के लिए उनसे टिकट मांगा गया तो वे टिकट नहीं दिखा पाए। इसको अनदेखा कर रेलवे ने मां-बेटे को प्राथमिकता के साथ इलाज उपलब्ध कराया।

59 मिनट बाद दोबारा रवाना हुई ट्रेन
पठानकोट एक्सप्रेस रात 8:50 बजे झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर पहुंची थी और 9:03 बजे रवाना हो गई थी। प्रसव होने की वजह से गाड़ी को दोबारा स्टेशन पर लाया गया। गाड़ी 9:35 बजे स्टेशन पर पहुंची। इसके बाद 22:02 बजे दोबारा दिल्ली के लिए रवाना हुई। इससे गाड़ी 59 मिनट की देरी से रवाना हुई। हालांकि हालत को देखते हुए यात्रियों ने कोई विरोध नहीं किया।