झांसी। बेटे का आईआईटी में चयन होना किसी भी परिवार के लिए गौरव की बात होती है, एक पिता को इसका आभास नहीं हुआ और पढ़ाई में आने वाले खर्चों से परेशान होकर घर के बरामदे में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।

जनपद जालौन के नदीगांव थानान्तर्गत अखनीवा गांव में रहने वाला 48 वर्षीय राजेश गुप्ता झांसी जिले के शहर कोतवाली अंतर्गत पठौरिया में किराए से अपनी पत्नी ओर बच्चों के साथ रहता था। बहनोई रमेश चन्द्र के अनुसार राजेश झांसी में प्लास्टिक की दुकान पर काम करते थे। उनके एक बेटे का आईआईटी में चयन हो गया। इससे परिवार में खुशियों की बहार आ गई क्योंकि जिंदगी के सुनहरे भविष्य का द्वार जो खुल गया था। इस सबसे इतर बेटे के आईआईटी में चयन होने के बाद होने वाले खर्चों को लेकर पिता राजेश काफी परेशान रहने लगा था। जिस कारण उन्हें नींद नहीं आती थी। इसके लिए वह अपना कई जगह इलाज भी करा चुके हैं, लेकिन कोई आराम नहीं लग रहा था।

विगत शाम सभी ने घर में खाना खाया। खाना खाने के सभी सोने चले गए। तड़के जब मकान मालिक नींद से जागे तो उन्होंने राजेश को बरामदे में फांसी पर लटका देखा। यह देख उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी और परिजनों को नींद से जगाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस घटनाक्रम से परिवार की खुशियों पर ग्रहण लग गया है।