झांसी। मुम्बई से चलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पहुंची 12161 लश्कर एक्सप्रेस में स्लीपर कोच के बंद शौचालय में एक युवक का शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई। आधार कार्ड के अनुसार उसकी शिनाख्त की गई है, किंतु उसकी मौत किन परिस्थितियों के चलते हुई स्पष्ट नहीं हो पाया है।
दरअसल, शनिवार को झांसी जीआरपी को सूचना मिली कि मुम्बई से चलकर झांसी आ रही 12161 लश्कर एक्सप्रेस के स्लीपर कोच नंबर एस-11 के शौचालय का दरवाजा अंदर से बंद है और काफी प्रयास के बाद वह दरवाजा नहीं खुल रहा है। अंदर से बदबू निकल रही है।सूचना को गम्भीरता से लेते हुए ट्रेन के शनिवार को 11.25 बजे प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंचने पर डिप्टी एसएस एसके नरवरिया, रेलवे डाक्टर रविन्द्र चौधरी, आरपीएफ और जीआरपी बताए गए कोच पर पहुंच गई।
ट्रेन के संबंधित कोच के शौचालय के दरवाजे को खोलने का प्रयास किया लेकिन वह बंद था। किसी प्रकार काफी प्रयास के बाद दरवाजा खोला और अंदर देखा तो उसमें लगभग 40 वर्षीय युवक संदिग्ध हालत में पड़ा था। उसकी नाक से बह रहा खून जम गया था। उसे शौचालय से निकाल कर प्लेटफार्म पर उतारा इसके बाद रेलवे डॉक्टर से परीक्षण कराया। परीक्षण के दौरान डॉक्टर उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक ने उसकी 16-17 घंटे पहले मौत होने का अनुमान जताया।
मृत घोषित होने के बाद जीआरपी ने शव को कब्जे में लिया। इसके बाद उसकी शिनाख्त कराने प्रयास किया। उसके पास से पांच हजार रुपए व आधार कार्ड मिला । उससे मृतक की शिनाख्त महेश पाठक निवासी रमपुरा थाना रामपुरा जिला जालौन के रुप में हुई है। वह कहां से आया और उसकी मौत कब और कैसे ही ऐसे ही कई सवाल हैं जिनके जवाब जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है।