तीन बच्चों को बचाया, गांव में मचा कोहराम 

झांसी / दतिया/मुरैना (संवाद सूत्र)। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के सीमावर्ती मप्र के जिला दतिया के गांव निरावल में मंगलवार को पानी के कुंड में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान सात बच्चे गिर गए। जिसमें से तीन बच्चों को तो वहां मौजूद लोगों ने बचा लिया, लेकिन चार की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में तीन लड़कियां व एक लड़का है। इस हादसे पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोकं व्यक्त किया है। हादसे से गांव में कोहराम मच हुआ है।

मप्र के दतिया के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम निरावल बिडनियां में सिद्ध बाबा के मंदिर के पास बने कुंड में मंगलवार दोपहर से गणेश विसर्जन समारोह चल रहा था। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल थे। प्रतिमा विसर्जन के दौरान चार बच्चों की गड्ढे के गहरे पानी में डूब जाने से जान चली गई। इनमें तीन लड़कियां और एक लड़का है। जिनकी उम्र 15 से 16 साल की है। इस दौरान मंदिर में उस समय पूजा कर रहे प्रेमनारायण कुशवाह नाम के ग्रामीण ने तीन अन्य बच्चों को किसी तरह बचा लिया। इनमें दो की हालत गंभीर होने पर उन्हें ग्वालियर रेफर किया गया है। एक बच्ची का दतिया जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
घटना के संबंध में एसपी प्रदीप शर्मा ने मीडिया को बताया कि गांव के बच्चे घर में विराजमान गणेश मूर्ति को विसर्जित करने के लिए सिद्धबाबा मंदिर के पास बने पानी भरे गहरे गड्ढे पर ले गए। जहां विसर्जन के दौरान कुछ बच्चों ने गड्ढे में उतरने का प्रयास किया। इस दौरान हादसा हो गया। मृत बच्चों के नाम अंश पाल पुत्र ब्रजमोहन, प्रतिज्ञा पाल पुत्री जाहर सिंह, कृष्णा पाल पुत्री रामहजूर पाल, आस्था पुत्री श्रीराम शामिल हैं। जबकि सपना पुत्री जाहर सिंह, ध्रुव और आशिक पाल का अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और होमगार्ड की टीम रवाना की गई। कलेक्टर संदीप माकिन ने मृतकों के स्वजन को चार-चार लाख की मदद दिए जाने के संबंध एडीएम रुपेश उपाध्याय को निर्देश दिए हैं।

मुरैना में चार बच्चे बहे, एक बच्चे की मौत
मुरैना। रामपुरकलां क्षेत्र के सालई गांव में निवासी विनोद कुशवाह मंगलवार की दोपहर पत्नी व चार बच्चों को लेकर खेत पर बाजरा काटने गया था। 11 साल का बेटा सचिन कुशवाह खेत के पास क्वारी नदी में नहाने के लिए चला गया। वह डूबने लगा तो तीन बड़ी बहनों ने बचाने का प्रयास किया, इसी प्रयास में वे भी नदी में डूबने लगी। विनोद ने तीन बेटियों को तो बाहर निकाल लिया। लेकिन बेटा सचिन पानी में ही बह गया। कुछ देर बाद उसका शव नदी में मिला।