झांसी| मदरसा अल जामियातुल रज्जाकिया सोसायटी के प्रबंधक व कार्यक्रम के आयोजन सूफी मुहम्मद अफराज हुसैन सिद्दीकी के द्वारा आस्ताना-ए-सरकारे बांसा अपिया हुजूर पुलिया नंबर 9, महाराज सिंह नगर में जश्ने शहंशाहे बगदाद व फैजाने सरकारे बांसा कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया | दोपहर में फातहा के बाद लंगर हुआ जिसमें दूर दराज से भारी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे | इस दौरान सामाजिक एकता व भाई चारा कायम रहने की दुआ की गई |अध्यक्षता सैयद मुहम्मद उमर अहमद जिलानी बाराबंकी ने की व वशिष्ठ अतिथि कारी सूफी तहसीन अहमद हसीन मियां फर्रुखाबाद रहे|

जश्ने शहंशाहे बगदाद व फैजाने सरकारे बांसा कॉन्फ्रेंस के दौरान सैयद मुहम्मद उमर अहमद जिलानी बाराबंकी ने गौस पाक रहमतुल्लाह अलैह की जिंदगी के बारे बताया कि मुरीद को हर हाल में अपने पीर की तरफ ही रुजू करना चाहिये , अगर वो करामत से खाली भी हुआ तो क्या हुआ मैं तो खाली नहीं हूं , उसके तवस्सुल से मैं उसे अता करूंगा , आपसे बेशुमार करामते ज़ाहिर है उन्होने बताया कि हुजूर गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अनहु एक मर्तबा व अर्ज फरमा रहे थे , कि बारिश होने लगी और लोग उठने लगे हुजूर गौसे आज़म रजियल्लाहु तआला अन्हु ने आसमान की तरफ़ मुंह किया और कहा में तेरे जिक्र के लिये लोगों को जमा कर रहा हूं और तू उन्हें मुन्तशिर बारिश कर रहा है इतना कहना ही था कि बारिश फोरन थम गयी और जल्सागाह के बाहर बदस्तूर जारी रही मगर जल्सागाह में बारिश बिल्कुल बंद हो गयी | कार्यक्रम में डॉक्टर मुफ्ती अहमद शहरे यार रजा बिहार, मुफ्ती मुहम्मद मुख्तारूल हसन फैजाबाद, हाफिज व कारी कलीमुद्दीन सिद्दीकी, अली हसन अल्वी अजहरी सिद्धार्थ नगर के द्वारा दीनी व इंसानियत के बारे में बताया| कार्यक्रम में इश्तियाक अहमद कादरी एस नगर, मुहम्मद इमरान रजा जयपुर, सेैफ रजा कानपुर, मुहम्मद इमरान, तौहीद आलम बाराबंकी, मुहम्मद शाहबेज लखनऊ, मुफ्ती मुहम्मद अशफाक मुरादाबाद, हाफिज निजामुद्दीन बाराबंकी ने सूफिया शायरी पढ़कर शहंशाहे बगदाद व फैजाने सरकारे बांसा कांफ्रेंस के जलसे में शमा बांधा |

इस दौरान बशारत अली, मुम्ताज अली, आरिफ खान, आदिल सिद्दीकी, शम्शुल, चांद , एहसान, रहमान, महताब, सुल्तान, इंतजार मौजूद रहे|कार्यक्रम का संचालन हाफिज व कारी आदिल जमील ललितपुर ने किया तथा आभार कार्यक्रम के आयोजक सूफी मुहम्मद अफराज हुसैन सिद्दीकी ने व्यक्त किया|