झांसी। बुंदेलखंड के जिला महोबा में खेत की जुताई के समय ट्रैक्टर चला रहे ताऊ ने जैसे ही गैर डाला ट्रैक्टर बैक हो गया और चपेट में उसकी पत्नी और भतीजा आ गया। हादसे को देख स्वयं को जिम्मेदार ठहराकर दुखी ताऊ ने ट्रेन के आगे आकर आत्महत्या कर ली। उधर घायल पत्नी और भतीजे को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गम्भीर होने पर भतीजे को उपचार के लिए झांसी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। यहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

महोबा जिले में महोबकंठ थानान्तर्गत ग्राम रिवई निवासी अशोक और महेन्द्र दो भाई रहते थे। परिजनों के अनुसार महेन्द्र की लगभग 6 वर्ष पहले मौत हो चुकी थी। मौत के बाद उसकी पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चे रह गए थे। तीनों की जिम्मेदारी महेन्द्र के भाई अशोक पर आ गई थी। रिश्तेदारों के अनुसार अशोक ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर दोनों बच्चों को अपने बच्चों की तरह पाला। विगत दिनों अशोक ट्रैक्टर से खेत पर जुताई कर रहा था। खेत पर उसकी पत्नी और लगभग 8 वर्षीय भतीजा रमाशंकर भी था। काम करते समय ट्रेक्टर खराब हो गया था। जिसे सुधारने के बाद जैसे ही उसने ट्रैक्टर में गैर डाला वह अचानक बैक हो गया। जिसकी चपेट में उसका भतीजा रमाशंकर और उसकी पत्नी देवकी आ गई। जिससे दोनों गम्भीर रुप से घायल हो गए।

यह देख उसने समझा कि ट्रेक्टर की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। इसी आत्मगिलानी में वहां से निकला और ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। इधर गंभीर रूप से घायल भतीजा रमाशंकर व पत्नी देवकी को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गम्भीर होने पर भतीजे को उपचार के लिए झांसी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। यहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटनाक्रम से परिवार व रिश्तेदारों में कोहराम मच गया। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।