केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने प्रतिनिधि मण्डल से की वार्ता, आश्वासन दिया
नई दिल्ली। NPS समाप्त करके गारंटीड पेंशन स्कीम CCS पेंशन रूल्स लागू करने हेतु भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर दिल्ली के जंतर मंतर पर हुए धरना / प्रदर्शन में हेमन्त कुमार विश्वकर्मा महामंत्री, UMRKS के नेतृत्व में उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के झांसी एवं कारखाना मण्डल के कार्यकर्ताओं ने भी भारी संख्या में भाग लेकर केंद्र सरकार से नई पेंशन स्कीम समाप्त कर गारंटेड पेंशन स्कीम CCS Pension Rules 1972 लागू करने की मांग की। रेलवे के अतिरिक्त डिफेन्स, पोस्टल, आरएमएस,ESI, EPF, व भारतीय मजदूर संघ से सम्बंधित अन्य सरकारी कर्मचारी संगठन ने भाग लिया।
गौरतलब है कि तत्कालीन केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 से पुरानी पेंशन स्कीम CCS पेंशन रूल्स 1972 को समाप्त कर कंट्रीब्यूट्री पेंशन स्कीम लागू की जिसका भारतीय मजदूर संघ शुरू से ही विरोध कर रही है क्योंकि पुरानी पेंशन के अंतर्गत सेवानिवृत के समय अंतिम वेतन का 50% पेंशन के रूप में प्रदान किया जाता था और मूल्य सूचकांक के साथ जुड़ा होने से वर्ष में दो बार जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ता भी प्राप्त होता था।
जबकि NPS बाजार आधारित पेंशन होने के कारण इसमें न कोई न्यूनतम पेंशन की व्यवस्था है और न ही महंगाई भत्ता है। सामाजिक सुरक्षा के नाम पर मिलने वाली पेंशन से वंचित सभी केंद्रीय कर्मचारी, राज्य कर्मचारी के लिए सभी वक्ताओ ने भारत सरकार से मांग की कि नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर गारंटेड पेंशन स्कीम लागू की जाय अर्थात CCS पेन्शन स्कीम को लागू किया जाय।
वक्ताओ में मुख्य रूप से श्री हिरण्मय पांड्या (राष्ट्रीय अध्यक्ष, BMS), श्री रविन्द्र हिमते (महामंत्री, BMS), श्री बी सुरेंद्रन (संगठन मंत्री, BMS), श्री अशोक शुक्ला (प्रभारी, BRMS), श्री एम एम देशपांडे (महामंत्री, BRMS), श्री साधु सिंह (महामंत्री, GENC) आदि अन्य वक्ताओ ने सम्बोधित किया।
पुरानी पेंशन को लागू करने हेतु सरकार को चेताने के लिए विशाल रैली, धरना में कर्मचारियों के हुज़ूम को देखकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने प्रतिनिधि मण्डल को वार्ता हेतु बुलाया और आश्वस्त किया कि पुरानी पेंशन के लिए कर्मचारियों के हित में सकारात्मक कदम उठाये जायेंगे।
इस कार्यक्रम में झांसी से मुख्य रूप से सी के चतुर्वेदी संगठन मंत्री, हेमंत कुमार विश्वकर्मा महामंत्री, संजीव वर्मा, रामसिंह परिहार, दयानिधि, राजकुमार, मोहित, कपीश ,नीरज, सतीश गुप्ता, नीरज, अरुण, पंकज, इत्यादि अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।