अंधे कत्ल का हुआ पर्दाफाश, दो हत्या आरोपी गिरफ्तार

झांसी। थाना मोठ पुलिस एवं स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही में तांत्रिक की हत्या कर लाश बेतवा नदी में फेंकने के मामले में 25000 रु0 के दो इनामिया आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। हत्या के पीछे मृतक द्वारा तंत्र मंत्र से औरतों को बच्चे पैदा करने का झांसा देकर उनकी अस्मत से खिलवाड़ करना बताया जा रहा है।

दरअसल 2 नवम्बर को महेन्द्र कुमार नि0 ग्राम चेलरा थाना मोठ जिला झाँसी द्वारा थाना मोठ पर अपने पिता परशुराम उर्फ करोड़े पुत्र हरपे उम्र करीब 55 वर्ष के खेत में पानी लगाने जाने के पश्चात वापस न लौटने के संबंध में सूचना दी गयी थी जिसके संबंध में थाना मोठ पर गुमशुदगी दर्ज कर संबंधित की तलाश की जा रही थी। इसी क्रम में 3 नवम्बर को महेन्द्र कुमार के गाँव चेलरा के पास गुमशुदा परशुराम उर्फ कड़ोरे का शव बेतवा नदी से बरामद हुआ। जिस पर महेन्द्र की तहरीर के आधार पर थाना मोठ पर धारा 302/201 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गयी। मृतक के शव का पोस्टमार्टम दो डाक्टरों के पैनल द्वारा कराया गया जिस पर मृत्यु का कारण shock and hemorrhage due to anti mortem injury by hard and blunt object आया था ।

दौराने विवेचना यह तथ्य प्रकाश में आये कि मृतक खेती के साथ गाँव के आस पास झाड़ फूँक का कार्य करता था तथा जिन औरतों के बच्चा नहीं होता था उनको भी तंत्र मंत्र से बच्चा पैदा करने का आश्वासन देता था । उसी गाँव के निवासी धर्मेन्द्र पुत्र मान सिंह ढीमर भी अपनी पत्नी का झाड़ फूक मृतक उपरोक्त से करवाता था। धर्मेन्द्र को शक था कि जब ये झाड़ फूँक करता है तो उसकी पत्नी ठीक हो जाती है और बाद में उल्टा मंत्र मारकर फिर वैसी ही स्थिति कर देता है जिस कारण उसके बच्चे खराब हो जाते हैं। यह भी ज्ञात हुआ कि घटना के अगले दिन 1 नवम्बर को धर्मेन्द्र अपने साथी अरविन्द के साथ अपनी ससुराल बरुआसागर भाग गया था।  जिसके संबंध में पूछताछ तथा सर्विलांस की मदद से जाहर सिंह पुत्र लल्लू राम नि0 ग्राम सिंहपुरा थाना भाण्डेर जिला दतिया म0प्र0 व धन सिंह पुत्र श्याम ढीमर नि0 छेवटा थाना समथर जिला झाँसी के नाम प्रकाश में आए। इस पर दोनों को थाना मोठ पुलिस व स्वाट टीम द्वारा 5 दिसम्बर करीब 22.10 बजे मुखबिर की सूचना पर बम्हरौली तिराहे से अवैध शस्त्र व कारतूस सहित गिरफ्तार किया गया। पूंछताछ पर दोनों अभियुक्तों ने हत्या की घटना कारित करना स्वीकार किया तथा अपने साथ अन्य तीन अभियुक्तों को भी घटना में शामिल होना बताया ।

अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि मृतक परशुराम उर्फ कड़ोरे उर्फ पण्डा गाँव में झाड़ फूँक का काम करता था जो धर्मेन्द्र की पत्नी एवं बहिन की भी झाड़ फूँक करता था धर्मेन्द्र हमारा रिश्तेदार है। उसने बताया कि परशुराम उसकी पत्नी और बहन की गलत झाड़ फूँक कर देता है जिस कारण उसकी पत्नी के चार बच्चे खराब हो गये हैं तथा मेरी बहिन भी लगातार बीमार रहती है। इसके कारण तांत्रिक को सही करना है । 31 अक्टूबर को वह सभी लोग धर्मेन्द्र के बुलाने पर उसके गाँव आये तथा खेत में पानी लगा रहे परशुराम उर्फ कड़ोरे उर्फ पण्डा को बातों में फँसा कर गमछे से बाँध कर व सर में ईंट मारकर हत्या कर दी तथा कमर में उसी कपड़े से मिट्टी बाँध कर नदी में फेंक दिया था । मुकदमा उपरोक्त के अन्य अभियुक्त धर्मेन्द्र पुत्र मान सिंह एवं अरविन्द पुत्र द्वारका प्रसाद केवट नि0 खाड़ी थाना बबीना जनपद झाँसी थाना पृथ्वीपुर जिला निवाड़ी जेल में निरुद्ध हैं तथा एक अभियुक्त फरार है जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।