ननि परिसर हुई पार्षद – लिपिक, पार्षद – नेता के बीच हुए मामलों में रिपोर्ट नहीं होने पर प्रश्न चिन्ह लगाया

झांसी । 20 दिसम्बर को उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ शाखा नगर निगम झांसी के मुख्य संरक्षक वालकृष्ण गांचले की अध्यक्षता में संघ की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें गत दिवस सम्मानित पार्षद एंव लिपिक के मध्य वाद विवाद गाली गलौज एवं जान से मारने की धमकियां दोनों पक्षों के बीच हुई, यही नही हाल ही में दूसरी घटना संजीव गुप्ता पार्षद और बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल के अध्यक्ष के बीच गाली गलौज जान से मारने की धमकी की घटनाएं घटित हुई। यह घटनाक्रम नगर निगम परिसर में घटित हुए, परन्तु नगर निगम प्रशासन ने पुलिस थाना नवाबाद में कोई अपराधिक रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गयी।

परन्तु स्वास्थ्य लिपिक भूपेन्द्र कुशवाहा एवं संघ के पदाधिकारियों के मध्य वाद-विवाद होने मात्र से नगर निगम प्रशासन की सह पर सफाई मजदूर संघ के पदाधिकारियों एंव कर्मचारियों पर जो उक्त घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे जानबूझ कर संघ के जिलाध्यक्ष पर नाजायज तौर पर अपराधिक मुकदमा दर्ज कराकर फंसाने का प्रयास किया गया। इसमें नगर निगम प्रशासन की मानसिकता यह थी कि सफाई मजदूर नेता आदि को अपराधिक मुकदमा में फंसाया जाये जिसमें प्रशासन सफल हो गया नतीजतन आज संघ के पदाधिकारी गण अपराधिक मुकदमा झेल रहे हैं, जबकि तत्कालीन नगर आयुक्त ने इस झूठी घटना की पुनः विवेचना का पत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, झांसी को पत्र प्रेषित किया था।

उक्त घटना से नगर निगम प्रशासन की अनुसूचित जाति के सफाई कर्मचारियों के साथ सम्वेदनशील आचरण नही अपना सका, परन्तु वर्तमान में कार्यालय में सवर्ण वर्ग के बीच विवाद में नगर निगम झांसी प्रशासन मौन है, कोई अपराधिक रिपोर्ट दर्ज नही करा रहा है। जो न्यायसंगत नही है । बैठक में सर्व श्री सुभाष माते, अशोक प्याल, भगवानदास कठिन, ओमप्रकाश बडे, कैलाश जयमाई, कुलदीप पहलवान, नरेश डागौर, रामजीसरन करौसिया, जितेन्द्र आगवान, नवलकिशोर प्याल, सोनू सारवान, कपिल राय बग्गन, नीलेश करौसिया, रवि खरारे, रवि पवार, कुन्दन गांचले, महेश कंजरया, मनोज सरदार, जीतू कंजरया, प्रमोद पहलवान, मोहन उर्फ वोरा, सियाशरन दवाईया, सुजीत वालू, सुधीर नाहर, राजा केसले, वीरेन्द्र दवोईया, हरिशचन्द्र कंजरया आदि उपस्थित रहे। संचालन राजेश हवलदार ने किया। अंत में सभी का आभार सुरेश ठेकेदार ने व्यक्त किया।