बाल कल्याण समिति की शरण में पहुंची पीड़िता, सुरक्षा की गुहार

झांसी। सौतेली मां के अत्याचारों से पीड़ित बालिका कोमल (परिवर्तित नाम ) ने बाल कल्याण समिति की शरण ली। बचपन से ही अपनी माँ को खो चुकी कोमल सौतेली माँ के जुल्म सहते सहते बड़ी हुई। माँ का इतना आतंक था कि पिता को अपने ऊपर होने वाले जुल्म की शिकायत करने में डरती थी। आखिर में जब सौतेली माँ ने उसका सौदा करना चाहा तो किसी की सलाह पर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत होकर न्याय और सुरक्षा की माँग की।

14 वर्षीय कोमल ने बाल कल्याण समिति के समक्ष जो आप बीत सुनायी, सभी सुनने वालों की आखों में आँसू आ गये। उसने बताया कि उसकी सौतेल माँ हिंसक तरीके से उसके शरीर को दाँतो से काटती थी और प्रताडित करती थी। जब माँ उसके शरीर का सौदा करना चाहा और जबरन आने वाले लोगों के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए दबाब डाला तो वह घर से भाग कर अपने रिश्तेदार के घर पहुँच गयी।

अध्यक्ष बाल कल्याण समिति राजीव शर्मा एवं सदस्यगण परवीन खान, कोमट सिंह, दीप्ति सक्सैना व हरीकृष्ण सक्सैना ने उसकी शिकायत पर कार्यवाही करते हु कोमल के माता-पिता के खिलाफ नाटिस जारी करते हुए उन्हें तलब किया और कोमब को उसकी मौसी के संरक्षण में अग्रिम आदेश तक भेज दिया।