झांसी। प्रदेश की योगी सरकार में सख्त कार्यवाही के चलते दशकों से दबे मामले भी सामने आने लगे हैं। ऐसे ही एक मामले में एक अधिवक्ता द्वारा महानगर के एसपीआई इंटर कालेज में फर्जी व्यायाम शिक्षक के पद पर तैनाती / नियुक्ति की शिकायत पर माध्यमिक शिक्षा अनुभाग लखनऊ उ०प्र० द्वारा मामले की जाँच के निर्देश दिये गये हैं ।

शिकायतकर्ता संजीव कुमार चतुर्वेदी एड0 का आरोप है कि महानगर के सिविल लाइंस स्थित एस०पी०आई० इण्टर कॉलेज में सहायक अध्यापक द्वारा कॉलेज प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सांठ गांठ कर करीब 32 वर्ष पूर्व फर्जी तरीके से व्यायाम शिक्षक के पद पर नियुक्ति कराई गयी थी, जिसके सम्बन्ध में शिकायतकर्ता द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ ही शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जाँच उपरान्त दोषी के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गयी थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि शिकायत के बाद उक्त शिक्षक द्वारा पहले स्वंय को सामाजिक विज्ञान का सहायक अध्यापक दर्शाया गया था ,लेकिन मामले के तूल पकड़ने पर बाद में स्वयं को व्यायाम शिक्षक के पद पर सहायक अध्यापक बताया गया। एस०पी०आई० इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य द्वारा भी जाँच
अधिकारी को उक्त नियुक्ति के संबंध में गोल मोल जबाव दिया गया है,जिससे स्पष्ट है कि एस०पी०आई० इण्टर कॉलेज में वर्तमान में तीन व्यायाम शिक्षक तैनात हैं जबकि विद्यालय में व्यायाम शिक्षक के दो पद ही सृजित हैं । शिकायत कर्ता के अनुसार फर्जी नियुक्ति के संबंध में
लगातार शिकायतों के बाद हाल ही में शासन स्तर पर माध्यमिक शिक्षा अनुभाग लखनऊ उ०प्र० अनु सचिव निरंजन प्रसाद द्वारा उक्त मामले में शिक्षा निदेशक माध्यमिक को प्रकरण की जाँच कर आख्या शासन को उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है।