– हालत गंभीर, रेलवे अधिकारी पर लगाये आरोप

झांसी। सेवा निवृत्ति के 4 दिन पूर्व 27 दिसंबर को एक रेलवे कर्मी ड्यूटी पर काम करते समय ओएचई की चपेट में आने से लगभग 90 फीसदी झुलस गया। उसे उपचार के लिए रेलवे अस्पताल ले जाया गया, किंतु हालत चिंताजनक होने पर मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया।
उमरे के झांसी मंडल मुख्यालय पर रेलवे इंजीनियरिंग/ब्रिज विभाग में टेक्नीशियन-2 इलेक्ट्रीशियन के पद पर कार्यरत मोहम्मद अजीम मंसूरी निवासी पुलिया नंबर 9 अपने सीनियर अधिकारी मयंक कुमार भार्गव (जूनियर इंजीनियर ब्रिज) की हठधर्मिता का शिकार हो गया। सीने में दर्द होने के कारण अजीम छुट्टी मांग रहा था लेकिन सीनियर अधिकारी ने उसे छुट्टी नहीं दी। 27 दिसंबर को अपराह्न झांसी-बिजौली सेक्शन पर किमी नंबर 1119 पर आरओबी बिजौली पर बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य करते समय अचानक सीने में दर्द होने लगा और ओएचई के करंट की चपेट में आकर पटरी पर गिरा। वह ओएचई के करंट से बुरी तरह झुलस गया।

आनन-फानन में अजीम को उपचार हेतु रेलवे अस्पताल ले जाया गया। वहां हालत चिंताजनक देख कर चिकित्सक ने उसे मेडिकल कॉलेज रिफर कर दिया। चिकित्सा के दौरान पीड़ित रेलवे कर्मचारी अजीम ने इस घटना के लिए अपने अधिकारी पर दोषारोपण करते हुए कहा कि वह अपने सीनियर अधिकारी की लापरवाही/हठधर्मिता की भेंट चढ़ गया है। पीड़ित रेलवे कर्मी की पत्नी ने भी रेल अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है।

अब देखना यह है कि अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं। इधर रेल अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बचते रहे। अजीम की हालत चिंताजनक बनी हुई है। बताया जा रहा है कि वह लगभग 90 फीसदी झुलसा हुआ है।