– व्यापारी ने आरपीएफ की ईमानदारी को सराहा
झांसी (बुन्देलखण्ड)। स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर जनरल बैटिंग हाल के सामने लावारिस पड़े 6.17 लाख रुपए की गडिडयों से भरा बैग आरपीएफ की टीम को मिला। आरपीएफटीम ने ईमानदारी का परिचय देते हुए नोटों के सही मालिक को तलाश कर जानकारी दी और नोटों को सही सलामत उसे लौटा दिए। इस पर व्यापारी आरपीएफ की ईमानदार पूर्ण कार्यप्रणाली की सराहना करते चला गया।
आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात उपनिरीक्षक प्रहलाद सिंह परिहार, अमित यादव, आरक्षक राजकुमार वर्मा, रुदल साहनी स्टेशन पर गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान प्लेटफार्म नम्बर 1 जनरल वेटिंग हॉल के सामने एक हरे रंग का मिकी माउस कंपनी का स्कूल बैग लावारिस रखा हुआ दिखाई दिया। इस बैग के संबंध में आसपास के यात्रियों से पूछताछ की गयी, किन्तु किसी ने उस पर अपना मालिकाना हक नहीं जताया। इसके बाद आरपीएफ टीम ने लावारिस मिले बैग को खुलवा कर चेक किया गया। बैग में 6,17,000 रुपए की गडिडयां व एक छोटी डायरी जिसमें मोबाइल नम्बर, राहुल सिंघल नाम लिखा मिला। डायरी पर लिखे मोबाइल नम्बर पर संपर्क करने पर उस व्यक्ति ने अपने आप को राहुल ट्रेडिंग का मालिक एवं नाम-पता राहुल सिंघल पुत्र ओम प्रकाश सिंघल निवासी कैलाश नगर बहोड़ापुर ग्वालियर मप्र बताया। उसका कहना था कि वह 3 जनवरी सागर गया था। वहां से अपने व्यापार से संबंधित व्यक्तियों से अलग-अलग कुल 6,17,000 रुपए लाया था। इसके बाद वह झांसी में अपने व्यापार से संबंधित दोस्तों से मुलाकात के बाद ग्वालियर जाने केइंतजार में स्टेशन पर बैठा था। जल्दबाजी में अपने दो बड़े काले बैगों को तो वह साथ ले गया परंतु यह छोटा स्कूल बैग जिसमें रुपए रखे थे को भूलबश छोड़ गया। बैग सहित लाखों रुपए सही सलामत मिलने पर उसकी खुशी की सीमा नहीं रही और उसने बताया कि वह झांसी पहुंच रहा है। इसके बाद राहुल सिंघल आज आरपीएफ पोस्ट पर उपस्थित हुआ एवं अपने रुपयों से संबंधित वैध दस्तावेजों को प्रस्तुत किया। मिलान करने पर सभी दस्तावेज सही पाए जाने पर उप निरीक्षक प्रहलाद सिंह परिहार द्वारा प्रभारी निरीक्षक के निर्देश पर रुपयों की जानकारी आयकर विभाग को सूचित कर अनुमोदन प्राप्त होने पर राहुल सिंघल को नोटों सहित बैग सही सलामत सौंप दिया। नोटों के मिल जाने से गदगद राहुल सिंघल ने आरपीएफ की ईमानदारी की सराहना की।