झांसी। जिले में ओला वृष्टि से हुई फसलों की क्षति से परेशान किसानों ने सड़कों पर उतरकर सड़क पर जाम लगा दिया और प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की। इस दौरान एक स्थान पर एक किसान प्रदर्शन के दौरान पेड़ पर चढ़ गया और आत्महत्या का प्रयास करने लगा। गनीमत रही समय रहे लोगों की नजर उस पढ़ गई और उसे किसी प्रकार समझाकर नीचे उतार लिया।

गौरतलब है कि कुछ दिनों से झांसी समेत बुन्देलखंड के कई इलाकों में अचानक मौसम बदल रहा है। मौसम के इस बदलाव के साथ तेज हवाओं और ओलावृष्टि के साथ बारिश हो रही है। जिस कारण खेतों में खड़ी गेहूं, मटर और चना की फसल खराब होने लगी है। इससे किसान चिंतित हो गया है। रविवार को झांसी के मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के टीकमगढ़ मार्ग पर किसान अपनी-अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली में ओले और खराब फसल भरकर पहुंच गए। जहां उन्होंने सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। जानकारी होते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। किसानों ने कुदरत की मार के कारण खराब हुई फसल के मुआवजे की मांग की।

वहीं झांसी-खजुराहे पर ग्राम अटारन के पास प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच का एक किसान पेड़ चढ़ गया और आत्महत्या का प्रयास करने लगा। यह देख वहां हड़कम्प मच गया। किसी प्रकार मौके पर पहुंची भीड़ ने किसी प्रकार किसान को रोका और काफी समझाने के बाद उसे नीचे उतरवाया।

फसलों को हुए नुकसान के आकलन के लिए सर्वे

शनिवार की शाम तकरीबन चार बजे अचानक तेज बारिश के साथ ग्रामीण इलाकों में ओले भी गिरने लगे। मौसम की इस दुश्वारी की वजह से जिले के कई इलाकों में फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। किसानों को हुए नुकसान को देखते हुए प्रशासन की ओर से सर्वे के आदेश जारी कर दिए गए हैं। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) वरुण कुमार पांडेय ने बताया कि तहसीलों को प्लॉट टू प्लॉट सर्वे के निर्देश जारी किए गए हैं। जहां फसलों को 33 फीसदी से ज्यादा नुकसान पाया जाएगा, वहां किसानों को नियमानुसार मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा।